बिहार  | की एक जेल ऐसी है, जहां सरकार का कानून नहीं चलता। यहां अलग ही नियम-कायदे चलते रहे हैं। यहां बिना आदेश कैदी को दूसरे जेल में शिफ्ट करने, जेल के अंदर जबरन वसूली करने दबंग कैदियों की मनमानी समेत कई गंभीर मामले सामने आए तो सरकार के भी कान खड़े हो गए। एक जेल में समांतर व्यवस्था चलाए जाने से हैरान गृह विभाग ने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। इतने सारे बवाल वाली जेल सुपौल जिले के वीरपुर में है। वीरपुर उप कारा में कई गंभीर खामियां सामने आने के बाद सरकार ने यहां के अधीक्षक को तत्काल प्रभाव वे निलंबित कर दिया है।

वीरपुर उपकारा में बिना आदेश कैदी को दूसरे जेल में शिफ्ट करने, जेल के अंदर जबरन वसूली करने दबंग कैदियों की मनमानी समेत कई गंभीर मामले सामने आए हैं। इस बाबत कारा एवं सुधार सेवाएं निरीक्षालय ने जांच के बाद दोषी पाते हुए वीरपुर उपकारा के अधीक्षक राजीव कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में राजीव कुमार का मुख्यालय केंद्रीय कारा, मोतिहारी निर्धारित किया गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वीरपुर जेल के अधीक्षक राजीव कुमार ने मनमानी करते हुए बिना विभागीय आदेश के ही बंदी अनिल कुमार सिंह को सुपौल मंडल कारा स्थानांतरित कर दिया। अधीक्षक पर वीरपुर उपकारा में संसीमित बंदियों को डायट चार्ट के अनुसार भोजन नहीं देने, कारा प्रशासन के संरक्षण में जेल के अंदर अवैध कार्य, जबरन वसूली, मारपीट आदि कुकृत्य कराने का भी आरोप लगा है।

दबंग कैदी चला रहे जेल

इस बाबत पूर्णिया केंद्रीय कारा के जांच अधीक्षक ने जांच की है और लिखा कि उपकारा वीरपुर की संपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। दबंग कैदियों द्वारा कारा का संचालन किया जा रहा है और अन्य बंदियों को प्रताडि़त किया जा रहा है। इस मामले में अधीक्षक की बंदियों से आपराधिक साठ-गांठ भी परिलक्षित हो रही है। इस मामले में निलंबित अधीक्षक के विरुद्ध आरोप पत्र गठित कर अलग से विभागीय कार्यवाही शुरू करने का निर्देश भी दिया गया है।