नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी में दो खेमों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच अरविंद केजरीवाल समर्थक धड़े ने आज पार्टी से असंतुष्ट चल रहे उसके संस्थापक सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि अज्ञात लोगों के इशारे पर 10 दिन से चल रही वार्ता को बाधित किया जा रहा है।  केजरीवाल समर्थक खेमे के संजय सिंह, आशुतोष और आशीष खेतान ने पार्टी संयोजक के खिलाफ प्रशांत भूषण तथा योगेंद्र यादव के आरोपों का खंडन करने के लिए मीडिया से बात की।  सिंह ने कहा कि उन्होंने परिवार को बचाने का प्रयास किया, केजरीवाल की पहल पर बात की गई और दोनों असंतुष्ट नेताओं की अधिकतर मांगों को मान लिया गया था।

हालांकि उन्होंने केजरीवाल द्वारा कथित तौर पर कांग्रेस विधायकों का समर्थन हासिल करने का प्रयास करने वाले स्टिंग ऑपरेशन के मामले में आंतरिक लोकपाल से जांच कराने की बात पर सवाल खड़ा किया। सिंह ने कहा, ‘‘यह दिखाता है कि उनके निशाने पर हमेशा केजरीवाल रहे और उन्हें हटाने की साजिश है।’’ सिंह के मुताबिक उन्होंने एक खेद पत्र तैयार किया था जो बातचीत सफलतापूर्वक पूरी हो जाने के बाद जारी किया जाना था।  सिंह ने कहा, ‘‘लेकिन मुझे कल शाम 6:15 बजे यादव की तरफ से फोन आया जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि हम 28 मार्च को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कुछ करेंगे।’’ खेतान ने कहा, ‘‘दोपहर दो बजे वे सभी फैसलों पर सहमत हो गये थे, तब से शाम 6:15 बजे के बीच क्या हो गया। किसके कहने पर उन्होंने अपना मन अंतिम क्षण में बदल लिया।’’  सिंह ने कहा, ‘‘बाद में साफ हो गया कि उन्हें मांगों की कोई फिक्र नहीं है। वे अपने कुछ चयनित लोगों को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चाहते थे।’’