पुणे । भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की पासिंग आउट परेड में कहा कि सेना में महिलाओं के दाखिले के लिए लैंगिक समानता के द्वार खुलने से नारी शक्ति गौरव बढ़ेगा यह एक बड़ा कदम है। नरवणे ने विश्वास जताया कि आज से 40 साल बाद महिला अधिकारी सेना प्रमुख होंगी। नरवणे ने पुणे के पास खड़कवासला स्थित नेशनल डिफेंस अकाडमी की पासिंग आउट परेड के बाद पत्रकारों से बातचीत में ऐसा कहा। पत्रकारों से बातचीत में नरवणे ने कहा, '40 साल बाद महिलाएं भी वहां खड़ी हो सकती हैं, जहां मैं आज खड़ा हूं। हम आगे बढ़ रहे हैं, हम एनडीए (पुणे) में महिला कैडेट को शामिल करेंगे और मैं निश्चित रूप से कहूंगा कि वे लोग पुरुष कैडेट की तरह ही प्रदर्शन करेंगी।' नरवणे ने आगे कहा, 'यह लैंगिक समानता की ओर पहला कदम है और देश में होने वाली ऐसी सभी तरह की पहल में सेना हमेशा सबसे आगे रही है। नतीजतन, उन्हें (महिलाओं को) सैन्य बलों में अधिक चुनौतीपूर्ण ड्यूटी के लिए सशक्त बनाया जाएगा।' सेना प्रमुख नरवणे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'महिलाएं पहले से ही चेन्नई में ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी (ओटीए) में ट्रेनिंग ले रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की ट्रेनिंग के लिए भले ही भविष्य में विशेष सेवा सुविधाएं सृजित करनी होंगी, लेकिन ट्रेनिंग में कोई बदलाव नहीं होगा और न ही कोई भेदभाव होगा।'