नई दिल्ली: आईपीएल 2021(IPL 2021) में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के फ्लॉप शो ने हर क्रिकेट फैंस को निराश किया. अब ये फ्रेंचाइजी अगले साल के मेगा ऑक्शन (Mega Auction) की तैयारी कर रही है. टीम के मालिकों को अब फैसला लेना है कि किन खिलाड़ियों टीम में रिटेन किया जाएगा और किसे बाहर का रास्ता दिखाया जाना है.


मुंबई ने रिटेंशन के लिए तय किए 3 नाम!
आईपीएल 2022 मेगा ऑक्शन (IPL 2022 Mega Auction) के मद्देनजर मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) उन शॉर्टलिस्ट खिलाड़ियों के नाम सामने आ रहे हैं जिन्हें फ्रेचाइजी रिटेन करने के मूड में दिख रही है, जिसकी वजह से एक स्टार प्लेयर मायूस हो सकता है.

हार्दिक पांड्या को लग सकता है झटका
मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) अपने ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को वापस ऑक्शन पूल (Auction Pool) में भेज सकती है क्योंकि 5 बार की चैंपियन ने कमोवेश उन प्लेयर्स की लिस्ट तैयार कर ली है जिन्हें वो 2022 सीजन के लिए रिटेन करेंगे. हार्दिक मुंबई की ‘कोर’ खिलाड़ियों की लिस्ट से बाहर हो सकते हैं क्योंकि वो पिछले कुछ वक्त से सिर्फ स्पेशलिस्ट बैट्समैन के तौर पर खेलते रहे हैं.

 RTM कार्ड मिलने की उम्मीद
प्लेयर्स को रिटेन करने के मामलों से जुड़े आईपीएल के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि बीसीसीआई के पास एक राइट टू मैच (आरटीएम यानी दूसरी टीम की बोली के बराबर रकम पर एक खिलाड़ी को टीम में शामिल का हक) का फार्मूला होगा. अगर आरटीएम नहीं हो तो 4 खिलाड़ियों को रिटेन करने की छूट मिल सकती है.

MI में ये खिलाड़ी होंगे रिटेन
सीनियर अधिकारी ने बताया, ‘रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) उनकी पहली पसंद होंगे. कीरोन पोलार्ड (Kieron Pollard) टीम की तीसरी पसंद होंगे. इस टीम की ताकत प्रदर्शन में कंसिस्टेंसी है, जिसमें ये तीनों उनके पिलर हैं.’

 सूर्य-ईशान का भी चांस
इस अधिकारी ने कहा, ‘अभी की हालात में हार्दिक को टीम में बनाए रखने की संभावना 10 फीसदी से भी कम है. हां, वह टी20 वर्ल्ड कप के अगले कुछ मैचों में सभी से बेहतर प्रदर्शन कर सकते है लेकिन फिर भी टीम में उनके लिए संभावना कम है. अगर चार खिलाड़ी रिटेन हुए या एक आरटीएम (RTM) है, तो सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) और ईशान किशन (Ishan Kishan) उस जगह के बड़े दावेदार होंगे.’

बॉलिंग नहीं कर पा रहे हार्दिक
हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को लेकर यह फैसला पूरी तरह से क्रिकेट पर आधारित है, क्योंकि वो अब पहले की तरह ऑलराउंडर नहीं हैं हार्दिक पहले 130 किलोमीटर की रफ्तार से तेज गेंदबाजी करते थे लेकिन चोट से वापसी के बाद वो ऐसा नहीं कर पा रहे हैं.