भोपाल । भोपाल रेल मंडल ने अनुपयोगी सामग्री बेचने में जागरुकता दिखाई है। बीते एक वर्ष में मंडल ने कबाड़ बेचकर 34.76 करोड़ रुपये कमाए हैं। इस राशि से मंडल के भोपाल, हबीबगंज समेत सभी स्टेशनों पर यात्री सुविधा बढ़ाई जाएगी।भोपाल रेल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि मंडल के स्टेशनों, गोदामों, रेलवे ट्रैक के किनारे, कोचिंग डिपो और कार्यालयों में पुराने, उपयोगहीन उपकरण वर्षों से रखे थे। इनमें कोच से निकलने वाला स्क्रैप बढ़ी मात्रा में था, जिसे नियमानुसार बेच दिया गया है।

कबाड़ बेचने के फायदे
 भोपाल रेल मंडल के दफ्तर, गोदाम में जहां स्क्रैप रखा था वह जगह बेकार पड़ी थी। उसका सदुपयोग नहीं हो पा रहा था। कबाड़ से स्थानीय स्तर पर काम करने वाले रेलकर्मियों को खतरा भी था। अब जगह खाली हो गई है, रेलवे का उसका दूसरे क्षेत्र में उपयोग करने की योजना बना रहा है। स्थानीय स्तर पर काम करने वाले रेलकर्मियों को भी खतरा नहीं होगा, क्योंकि कबाड़ हटा दिया गया है।

बढ़ाई जाएंगी ये यात्री सुविधाएं
रेलवे ट्रैक के सुधार कार्यों में गति आएगी। रेलवे स्टेशनों पर पेयजल व्यवस्था में सुधार होगा। नालियों का सुधार किया जाएगा। कवर्ड नालियों के निर्माण से स्टेशन व रेलवे कालोनियों में मच्छरों का प्रकोप कम होगा। निशातपुरा रेलवे स्टेशन को पुन: विकसित किया जाएगा। इसका काम चल रहा है। इस काम में तेजी लाई जाएगी। भोपाल, विदिशा, होशंगाबाद, बीना, इटारसी, संत हिरदाराम नगर क्षेत्रों से गुजरने वाले रेलवे ट्रैक को बाउंड्रीवाल बनाकर कवर्ड किया जाएगा। आने वाले समय में मिसरोद, बरखेड़ा, बुधनी, पवारखेड़ा, पवई, सौराई, कल्हार, सूखीसेवनिया जैसे छोटे स्टेशनों पर बैठक व्यवस्था और शेड का विस्तार किया जाएगा। इन स्टेशनों पर और भी यात्री सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा।