अहमदाबाद । गुजरात विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू होगा। राज्य को आज डॉ नीमाबेन के रूप में पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष मिलेगी। कांग्रेस जनहित के मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने के लिए छाया मंत्रिमंडल बनाएगी। गुजरात विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार में मंगलवार को बुलाया गया है।

सबसे पहले विधानसभा के कार्यकारी अध्यक्ष दुष्यंत पटेल गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष  उपाध्यक्ष पद का ध्वनि मत से चुनाव कराएंगे। अध्यक्ष के लिए भाजपा ने कच्छ भुज से विधायक डॉक्टर नीमाबेन को प्रत्याशी बनाया है कांग्रेस ने भी उनका समर्थन कर दिया है जिससे उनका अध्यक्ष बनना तय है। उपाध्यक्ष पद के लिए भाजपा के जेठा भरवाड कांग्रेस के डॉ अनिल जोशीयारा के बीच चुनाव होगा जिसमें संख्या बल के आधार पर भाजपा के जेठा भरवाड की जीत लगभग तय है।

सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग

किसानों को उनकी फसल नष्ट होने का पूरा-पूरा मुआवजा मिलना चाहिए। कांग्रेस ने राज्य में भ्रष्टाचार और अपराध के मुद्दे पर भी सरकार को घेरने का प्रयास किया। सत्र से पहले भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ने अपने अपने विधायकों की बैठक बुलाई है।भाजपा मानसून सत्र के दौरान विधानसभा कार्यवाही की रणनीति बनाने के लिए साथ ही सरकार में शामिल हुए अधिकांश नए मंत्रियों को विधानसभा की कार्यवाही के संबंध में प्रशिक्षण देने के लिए यह बैठक बुलाई है।

इस सत्र में राज्य सरकार 4 सरकारी विधेयक पेश करें जिसमें मेडिकल कॉलेजों में एनआरआइ छात्र-छात्राओं के प्रवेश को लेकर गुजरात प्रोफेशनल मेडिकल एजुकेशन कॉलेज एंड इंस्टीट्यूशंसगुड्स एंड सर्विस टैक्स काउंसिल की सिफारिशों पर मौजूदा कानून में संशोधन करने के लिए विधेयक, अनुदानित कॉलेजों को निजी यूनिवर्सिटी की मान्यता से हटाने के संबंध में विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक, पार्टनरशिप एक्ट में संशोधन करने के लिए रजिस्ट्रेशन से लेकर ऑनलाइन आवेदन पर संशोधित विधेयक भी इस सत्र में लाया जाएगा। मानसून सत्र में आजादी के डेढ़ सौ साल पूरे होने पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव को लेकर भी एक संकल्प पत्र पेश किया जाएगा।

पांच दिन का होना चाहिए था मानसून सत्र

मानसून सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा नेता विपक्ष परेश धनानी ने कहा कि अपनी विफलता को छिपाने के लिए सरकार ने 2 दिन का मानसून सत्र बुलाया। कोरोना महामारी के दौरान हजारों लोगों की मौत हुई अतिवृष्टि तथा चक्रवाती तूफान के कारण किसान बर्बाद हुए। सरकार किसान युवा वह महिलाओं की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी, पूरी तरह विफल रही है। कांग्रेस विधायक पूंजा जी वंश ने कहा कि 5 दिन का मानसून सत्र बुलाया जाना चाहिए था लेकिन सरकार 2 दिन में ही सभी कार्रवाई पूर्ण कर लेना चाहती है।