नई दिल्ली. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र शनिवार को चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ (Cyclone Gulab) में तब्दील हो गया है. इस तूफान का नाम पाकिस्तान ने गुलाब रखा है. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक ये तूफान आज शाम तट से टकराएगा. इस दौरान हवा की रफ्तार 85 किलोमीटर प्रति घंटा तक रह सकती है. उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे लगे दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इन इलाकों में भारी बारिश हो सकती है. भारी तूफान के चलते मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. वहीं ओडिशा के निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित पहुंचाने का आदेश दिया गया है.


इस मौसम में इससे पहले अब तक दो चक्रवाती तूफान बन चुके हैं. पहला चक्रवात ताउते अरब सागर में बना था, जबकि दूसरा चक्रवात यास 23 और 28 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी में बना था. आईए एक नज़र डालते हैं कि चक्रवाती तूफान गुलाब इस वक्त कहां है और ओडिशा और आंध्र के किन इलाकों में नुकसान पहुंच सकता है…

फिलहाल कहां पहुंचा है तूफान: 25 सितंबर की रात साढ़े ग्यारह बजे तक मिली जानकारी के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम और आसपास के क्षेत्रों में केंद्रित है. ओडिशा के गोपालपुर से फिलहाल ये पूर्व-दक्षिणपूर्व में लगभग 330 किलोमीटर दूर है. आंध्र प्रदेश के कलिंगपट्टनम से इसकी दूरी 400 किमी पूर्व में है.
कब होगा लैंडफॉल: आज शाम ये तट से टकरा सकता है. इसके लगभग पश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तर आंध्र को पार करने की संभावना है. कहा जा रहा है कि ये गोपालपुर और कलिंगपट्टनम के बीच तट से टकरा सकता है.


हवा कि रफ्तार: बंगाल के खाड़ी के पश्चिम में पिछले 6 घंटे के दौरान तूफान की रफ्तार 7 किलोमीटर प्रतिघंटा रही है. लैंडफॉल के समय हवा की रफ्तार 85 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है. स्कामेट वेदर के मुताबिक तूफान के समुद्री यात्रा कम होने के चलते हवा की रफ्तार ज्यादा तीव्र नहीं होगी.

इन इलाकों में चलेगी हवा: आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम जिले और दक्षिण ओडिशा तट (गंजम, गजपति जिले) में 55-65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है. पुरी, रायगडा और कोरापुट जिले भी इसकी चपेट में आएंगे. ओडिशा के मलकानगिरी जिले में तेज हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. इसके अलावा कई इलाकों में हवा की रफ्तार 85 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी.
इन इलाकों में भारी बारिश: स्काई मेट वेदर के मुताबिक अगले 24 से 48 घंटों के दौरान दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. ओडिशा के सबसे अधिक प्रभावित जिले केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, कटक, भुवनेश्वर, खोरधा, पुरी, गंजम, गजपति, कंधमाल और रायगढ़ हो सकते हैं. आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, पूर्वी गोदावरी, पश्चिम गोदावरी, गुंटूर और कृष्णा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है.

ओडिशा ने शुरू किया लोगों को निकालना
वहीं ओडिशा सरकार ने को सात जिलों को उच्च सतर्कता बरतने को कहा है. विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पीके जेना ने कहा कि सरकार ने बचाव दलों को संवेदनशील इलाकों में भेजा और अधिकारियों से निचले इलाकों से लोगों को बाहर निकालने को कहा है.


ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) के 42 दलों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 24 दलों के साथ दमकल कर्मियों को सात जिलों गजपति, गंजम, रायगढ़, कोरापुट, मल्कानगिरी, नबरंगपुर, कंधमाल भेजा.