नई दिल्ली : कुछ दिनों से भारतीय टीम के कप्‍तान महेंद्र सिंह धौनी और टीम से बाहर चल रहे बायें हाथ के धमाकेदार बल्‍लेबाज और 2011 विश्व कप के हीरो रहे युवराज सिंह के बीच सब कुछ बढि़या नहीं चल रहा है. जानें अनजाने ऐसा माना जा रहा है कि कप्‍तान धौनी के कारण ही आज युवराज सिंह टीम में नहीं हैं.

इस बात को लेकर युवराज के पिता मीडिया के सामने मन का भड़ास निकाल चुके हैं. युवराज के पिता ने युवराज को विश्व कप टीम में शामिल नहीं किये जाने के पीछे सीधे-सीधे धौनी को जिम्‍मेवार बताया. उन्‍होंने इसके लिए धौनी को काफी भला-बुरा भी कह दिया था. हालांकि पिता के बयान के तुरंत बाद ही युवराज सिंह ट्वीट कर इस बता का खंडन किया था. युवराज ने कहा था उनके पिता उनसे काफी प्रेम करते हैं और भवावेश होने के कारण उन्‍होंने ऐसा बयान दिया. धौनी की कप्‍तानी में उन्‍हें खेलने में काफी मजा आता रहा है.
बहरहाल विश्व कप के दौरान कप्‍तान धौनी ने युवराज सिंह को लेकर काफी अहम बयान दिया है. लगातार छह जीत दर्ज कर तहलका मचा देने वाले टीम के कप्‍तान धौनी ने कहा कि युवराज सिंह एक प्रतिभावान खिलाड़ी हैं. वह बल्‍लेबाजी के साथ-साथ काफी अच्‍छे गेंदबाज भी हैं. लेकिन मौजूदा क्षेत्ररक्षण में बदलाव के कारण वह टीम से बाहर चल रहे हैं. युवराज सिंह टीम में एक ऑलराउंडर की हैसियत से खेल रहे थे, लेकिन क्षेत्ररक्षण में नये नियम (30 गज के बाहर केवल चार खिलाडियों की पाबंदी) के कारण उन्‍हें टीम से बाहर होना पड़ा. धौनी ने कहा कि इस नियम के कारण ही भारत को युवराज सिंह जैसे उपयोगी बायें हाथ के गेंदबाज को बाहर होना पड़ा.
 
मीडिया में चल रही खबर के मुताबीक धौनी से जब पूछा गया कि क्‍या सुरेश रैना युवराज की कमी पुरा करने में सक्षम हैं. धौनी ने कहा, युवराज सिंह और रैना दोनों अलग-अलग डाउन पर बल्‍लेबाजी करने उतरते हैं. चुंकी युवराज सिंह 30 गज के बाहर चार खिलाडियों को रखकर प्रभावी गेंदबाजी नहीं कर सकते हैं. नये नियम आने के बाद पार्टटाइम गेंदबाज सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाडियों की भी गेंदबाजी के रुप में उपयोगिता समाप्‍त हो गयी थी.
 
ज्ञात हो कि धौनी इस नये क्षेत्ररक्षण नियम के घोर विरोधी रहे हैं. जिस समय इस नये नियम को प्रभा‍वी किया गया था उस समय धौनी ने इसका जोरदार विरोध किया था. मौजूदा विश्व कप में सुरेश रैना ने अपनी बल्‍लेबाजी से काफी अच्‍छा प्रदर्शन किया है. जिंबाब्‍वे के खिलाफ उन्‍होंने उपयोगी शतक बनाये और टीम को जीत दिलायी.