रोहतक : हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल्ली को पानी दिए जाने के संदर्भ में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दी है। दोनों नेताओं ने इस मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से स्पष्टीकरण दिए जाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि खट्टर जवाब दें कि क्या हरियाणा के हक का पानी तो दिल्ली को नहीं दिया जा रहा है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत शनिवार को दिल्ली जनसभा में अपने भाषण में पूर्व सीएम हुड्डा पर निशाना साधा था। मोदी ने कहा था कि हरियाणा की भाजपा सरकार के शासनकाल में ही दिल्ली को अधिक पानी मिल रहा है। इसके अलावा भूपेंद्र हुड्डा व दीपेंद्र हुड्डा ने खट्टर सरकार के 100 दिन के शासनकाल पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी है।
दोनों नेता आज रोहतक में स्वतंत्रता सेनानी रणबीर सिंह पुण्य तिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए आए थे। पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मोदी के दिल्ली को पानी दिए जाने के संदर्भ में दिए गए बयान पर कहा कि प्रदेश की मुख्यमंत्री मनोहर लाल बताएं कि क्या प्रधानमंत्री सही कह रहे हैं।
हरियाणा की भाजपा सरकार के 100 दिन पर उन्होंने कहा कि अभी तो लगता नहीं कि हरियाणा में कोई सरकार है। लोगों को भी महसूस नहीं हो रहा कि यहां कोई प्रजातांत्रिक सरकार है। लोगों को लग रहा है कि जैसे राष्ट्रप्रति शासन लागू हो। कुरुक्षेत्र की सीएमओ व राज्यमंत्री कृष्ण बेदी के बीच विवाद पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों और सरकार में समावेश होना चाहिए, भाषा भी सभ्य होनी चाहिए।
रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी पीएम मोदी के बयान पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सुर में सुर मिलाते हुए सीएम खट्टर से इस पर जवाब देने को कहा। उन्होंने कहा कि खट्टर बताएं कि दिल्ली को कौन-सा पानी दिया जा रहा है। क्या हरियाणा के हक का पानी तो दिल्ली को नहीं दिया जा रहा है और यह सिर्फ दिल्ली चुनाव तक ही तो नहीं है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अगर हरियाणा के मुख्यमंत्री पर दबाव बनाया जा रहा है तो यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अगर दबाव ही बनाना है तो पंजाब के मुख्यमंत्री पर बनाएं जो सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद हरियाणा को उसके हक का एसवाईएल का पानी नहीं दे रहे हैं। पंजाब ने हांसी-बुटाना लिंक नहर का पानी भी रोक रखा है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जो शुरूआती संकेत हैं, उससे हर वर्ग को निराशा ही हाथ लगी है। चाहे कर्मचारी वर्ग हो या फिर व्यापारी वर्ग, गरीब वर्ग हो या फिर किसान वर्ग। मौजूदा सरकार से हर वर्ग हताश है। उन्होंने कहा कि सरकार जवाब दे कि कर्मचारियों के लिए अब तक पंजाब के समान वेतनमान क्यों नहीं लागू किया गया। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों की उम्र घटाने पर भी सवाल उठाया।
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो केंद्र सरकार केंद्रीय कर्मचारियों की उम्र बढ़ाने पर विचार कर रही है, वहीं हरियाणा सरकार ने 60 से 58 साल उम्र कर दी। सांसद ने कहा कि मौजूदा सरकार के शासनकाल में किसान की जितनी दुर्गति हुई है, उतनी किसी की नहीं है। इस सरकार के शासनकाल में हर फसल के भाव पिटे हैं। खाद के लिए तो महिलाओं और बेटियों को थाने तक जाना पड़ा है। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में अगर यही हालात रहे तो गर्मियों में संघर्ष के लिए सड़कों पर उतरना पड़ेगा।
पीएम मोदी पर भड़के हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा
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