भोपाल । प्रदेश में अब लर्निंग लाइसेंस बनवाना आसान हो गया है। 45 दिन में परिवहन विभाग के पास लर्निंग लाइसेंस के 76 हजार 248 आवेदन आए। इसमें से 69 हजार 794 आवेदन फेसलेस सेवा के माध्यम से प्राप्त हुए। जिसमें से 61 हजार 289 लोगों ने आनलाइन टेस्ट पास किया है, उन्हें लर्निंग लाइसेंस जारी भी हो गए हैं। जबकि 8 हजार 505 लोग टेस्ट में फेल हो गए, जिसके चलते उन्हें लाइसेंस जारी नहीं हो सका।
परिवहन विभाग ने लर्निंग लाइसेंस सेवा को आसान करने के लिए एक अगस्त से फेसलेस लर्निंग लाइसेंस सेवा शुरू की है। लर्निंग लाइसेंस को आधार से जोड़ा गया है। आधार के माध्यम से लोग बिना कार्यालय जाए लाइसेंस बनवा सकते हैं। एक अगस्त से 14 सितंबर के बीच जितने भी आवेदन आए, उसमें सबसे ज्यादा आवेदन फेसलेस सेवा के अंतर्गत आए। इससे लोगों को कार्यालय जाने की जरूरत ही नहीं पड़ी। लर्निंग लाइसेंस के लिए एक व्यक्ति को औसतन चार घंटे कार्यालय में खराब करने पड़ते थे, उनका यह समय बच गया। यदि किसी व्यक्ति को फेसलेस पर आवेदन करने पर दिक्कत आ रही है, तो वे प्रदेश में 40 हजार कामन सर्विस सेंटर व एमपी आनलाइन से भी आवेदन कर सकते हैं। फेसलेस की ओर युवाओं का ज्यादा रुझान है।
इनका कहना हैं
फेसलेस लर्निंग लाइसेंस सेवा से लोगों को कार्यालय आने की जरूरत नहीं है। यह सेवा मील का पत्थर साबित हुई है। आवेदक एमपी आनलाइन व कामन सर्विस सेंटर से भी आवेदन कर सकते हैं। भविष्य में ड्राइविंग लाइसेंस इसी तर्ज पर शुरू करने की तैयारी चल रही है।
मुकेश जैन, परिवहन आयुक्त
प्रदेश में 45 दिन में बने 61 हजार लर्निंग लाइसेंस
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