मुजफ्फरनगर|की किसान पंचायत में राकेश टिकैत ने वोट की चोट से भाजपा को हराने की हुंकार भरी। उनकी यह अपील यूपी और उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में कितना असर दिखाएगी, सभी इसके आकलन में लगे हैं। राकेश टिकैत का कहना है कि सूबे में पश्चिम यूपी से ही बीजेपी का झंडा बुलंद हुआ था और यहीं से इनकी उलटी गिनती भी शुरू होगी।
हालांकि, राकेश टिकैत के इन दावों के उलट चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर राजेंद्र कुमार पाण्डेय बताते हैं, "मुझे नहीं लगता कि आने वाले विधानसभा चुनावों में किसान पंचायत और किसान आंदोलन का बहुत असर होगा।" इसकी वजह बताते हुए वह कहते हैं, "सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि समूचे भारत में चुनाव सिर्फ मुद्दों पर नहीं लड़े जाते हैं। यहां चुनाव जातिगत समीकरण और भावना आधारित भी होते हैं। अभी चुनाव में वक्त है ऐसे में आने वाले समय में सरकार क्या कुछ कदम उठाती है नाराज वर्ग को खुश करने के लिए यह भी काफी महत्वपूर्ण रहेगा।"