नई दिल्ली| IPL 2021 के यूएई लेग का आगाज 19 सितंबर से होने वाला है। इसका सभी क्रिकेट फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। भारत में खेले गए सीजन के पहले चरण में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने काबिल-ए-तारीफ खेल दिखाया था। टीम ने 7 मैच खेले थे, जिसमें 5 मैचों में जीत दर्ज की थी और 2 मैचों में हार देखी थी। पॉइंट्स टेबल पर विराट की बोल्ड आर्मी 10 अंकों के साथ नंबर-3 पर काबिज है।
फेज-2 के शुरु होने से पहले टीम में काफी बदलाव देखने को मिले हैं। फ्रेंचाइजी में दुष्मंता चमीरा, वानिंदु हसरंगा, टिम डेविड और जॉर्ज गार्टन को शामिल किया है। इसके अलावा मुख्य कोच साइमन कैटिच के इस्तीफा देने के बाद टीम के 'डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट ऑपरेशन' माइक हेसन को टीम का मुख्य कोच बनाया गया है। इन बदलाव के बाद टीम और भी ज्यादा मजबूत दिख रही है।
बात करें, UAE में खेले गए पिछले IPL सीजन की, तो RCB ने अच्छा खेल दिखाते हुए प्ले-ऑफ का सफर तय किया था, लेकिन टीम फाइनल में नहीं पहुंच सकी थी। लेकिन इस बार कोहली की टोली भारत में मिली शुरुआत को उसी लय के साथ आगे बढ़ाना चाहेगी, ताकि वह अपने पहली IPL ट्रॉफी की ओर कदम बढ़ा सके। चलिए इसी बात पर बचे हुए सीजन के लिए RCB की टीम का SWOT एनालिसिस करते हैं। यानी टीम की मजबूती (Strength), कमजोरी (Weakness), अवसर (Opportunity) और खतरे (Threat) का विश्लेषण।
अवसर
अटैकिंग बैटिंग लाइन-अप, मजबूत मिडिल ऑर्डर और गेंदबाजी में मिश्रण को देखते हुए टीम के पास अंतिम चार में जगह बनाने का शानदार मौका रहेगा।
टीम के सभी स्पिन गेंदबाज बढ़िया लय में हैं, जो RCB के लिए अच्छे संकेत हैं।
फेज-1 में हर्षल पटेल ने 17 विकेट लिए थे। RCB को फेज-2 में पटेल से ऐसे ही दमदार प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।
खतरा
टीम को वाशिंगटन सुंदर की कमी खल सकती है। सुंदर अपने ऑलराउंडर खेल से टीम को मजबूती देते थे, लेकिन इस बार वह चोटिल होने के चलते टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बन सकेंगे।
पिछले सीजन में टीम ने UAE के मैदानों पर आखिरी के लगातार 5 मैच गंवाए थे। UAE में टीम ने ओवरऑल 20 मैच खेले हैं। इसमें टीम 9 में जीत दर्ज करने में सफल रही, जबकि 11 में टीम को हार मिली। इन मैदानों पर टीम का जीत प्रतिशत सिर्फ 45 रहा है।
लेग स्पिनर वानिंदु हसरंगा, तेज गेंदबाज दुष्मंत चमीरा और सिंगापुर के बल्लेबाज टिम डेविड के पास IPL का कोई अनुभव नहीं है।