रांची| इस साल शर्तों के साथ राज्य में दुर्गा पूजा पंडाल बनेंगे। कुछ विशेष गाइडलाइन का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को पंडालों में घुसने और प्रतिमाओं के दर्शन की भी अनुमति मिलेगी। कोरोना संक्रमण के लगातार थमे रहने और पड़ोसी राज्य बिहार-बंगाल में दुर्गा पूजा पंडालों का निर्माण करने की अनुमति को देखते हुए सरकार इस पर विचार कर रही है। वहीं दूसरे राज्यों में स्कूल खोले जाने के निर्णय को देखते हुए
झारखंड में भी कक्षा छठी से आठवीं तक के लिए स्कूल खोले जा सकते हैं। इसी तरह कुछ प्रतिबंधों के साथ श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक स्थलों को भी खोलने पर राज्य सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एक-दो दिन में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार की मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में इस पर अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा। कुछ अन्य क्षेत्रों में भी लॉकडाउन में अतिरिक्त छूट दी जा सकती है। उनमें दुकानों को खोले जाने की अवधि रात आठ बजे से बढ़ाई जा सकती है।
इन शर्तों के साथ मिल सकती है अनुमति
पूजा पंडालों का निर्माण होगा, लेकिन उनके आकार-प्रकार पर अपेक्षाकृत छोटे होंगे। पिछले साल पंडाल निर्माण पर सरकार ने रोक लगा रखी थी।
पूजा पंडालों में इस बार पूजा समितियों के लोगों की संख्या बढ़ सकती है। श्रद्धालुओं को भी पाबंदियों के साथ प्रवेश करने की छूट मिल सकती है। पिछले साल पूजा समिति के 15 लोगों को ही पंडाल में रहने की अनुमति थी। श्रद्धालु पंडाल में हीं जा सकते थे।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए वैक्सीन की दोनों डोज लेने का सर्टिफिकेट दिखाने पर पंडाल में घुसने की अनुमति मिल सकती है। मास्क भी जरूरी होगा।{भीड़ न बढ़े, इसके लिए पूजा पंडालों में प्रतिमाओं के दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग की भी व्यवस्था की जा सकती है। सरकार विशेष निर्देश दे सकती है।
शर्तों के साथ लाइटिंग और सजावट की अनुमति दी जा सकती है। पिछले साल इस पर रोक थी।
तोरण द्वार और प्रवेश द्वार बनाए जा सकते हैं, पिछली बार ऐसे सभी निर्माणों पर पाबंदी लगा दी गई थी।