फिरोजाबाद । कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कमजोर होने के बाद यूपी के फिरोजाबाद में डेंगू और वायरल का कहर लोगों के लिए जानलेवा बनता जा रहा है यहां के फिरोजाबाद में इसके संक्रमण से 70 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। बीमारी की पड़ताल में जहां केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की टीमें शनिवार को भी जुटी रहीं, वहीं ऐसी खबरें हैं कि फिरोजाबाद से लिए गए ज्यादातर सैंपलों में डेंगू कंफर्म हुआ है। मीडिया रिपोर्टों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि जिन दो सौ सैंपल की जांच की गई, उनमें आधे से ज्यादा में डेंगू कन्फर्म हुआ। वहीं उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा है कि अगर डेंगू के मामले बढ़े तो प्रदेश में स्कूलों को बंद किया जा सकता है। शनिवार को भारत सरकार के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण टीम के जॉइंट डायरेक्टर डॉ तुषार समेत डॉक्टरों की टीम ने मेडिकल कॉलेज के वॉर्ड में मरीजों से मुलाकात कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली तो डेंगू प्रभावित क्षेत्रों का दौरा भी किया। टीम को मोहल्लों में मच्छरों का लार्वा भी मिला। टीम ने अपनी मौजूदगी में गंदे पानी को साफ कराया गया। टीम अपनी रिपोर्ट सोमवार तक केंद्र सरकार को देगी। वहीं लखनऊ से आए प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने सैलई के अब्बास नगर स्वास्थ्य केंद्र और इलाके का दौरा किया।
इस दौरान उन्होंने स्थानीय निवासी असलम के घर पहुंचकर उनकी बुखार से पीड़ित 8 साल की बेटी एवं बुखार से पीड़ित पड़ोसी की एक बेटी को मौके पर ही ऐंबुलेंस बुलाकर भर्ती कराने के निर्देश दिए। शनिवार को चार और लोगों की मौत हो गई। इसी के साथ जिले में मौतों का आंकड़ा अब 70 के पार पहुंच चुका है। लोगों में दहशत इतनी बढ़ गई है कि वे अब अपने बच्चों को बुखार से बचाने के लिए दूर रिश्तेदारों के पास भेज रहे हैं। खासकर फिरोजाबाद के देहात क्षेत्र जैसे नगला अमान, कपावली, दरिगपुर, सिरमई के घर-घर में चारपाई बिछी हुई है। इन गांवों से ही बच्चों को रिश्तेदारों के यहां भेजा जा रहा है। ज्यादातर बच्चे पास के जिलों जैसे कि आगरा, मथुरा, एटा, मैनपुरी में अपनी ननिहाल भेजे जा रहे हैं। शनिवार को कई और मरीजों की मौत भी हुई है। सौ बेड वाले फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों की संख्या 400 को पार कर चुकी है। ऐसे में मरीजों के लिए 150 बेड का नया वॉर्ड तैयार कराया जा रहा है।
मेरठ में भी वायरल और बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। शनिवार को मेडिकल और प्यारे लाल शर्मा जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भीड़ रही। मेरठ के पीएल शर्मा जिला अस्पताल में एक दिन में बुखार के 300 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बुखार का हर मामला डेंगू नहीं है। ज्यादातर मरीजों में वायरल बुखार की शिकायत मिल रही है। यही हाल एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज का भी है। यहां भी 300 से ज्यादा मरीज हर दिन बुखार के आ रहे हैं। मरीजों और डॉक्टरों का कहना है कि कम से कम तीन दिन से पहले बुखार नहीं जा रहा। सिर और शरीर में दर्द रहता है। बेचैनी रहती है। मरीजों की तादाद अधिक होने के कारण सरकारी अस्पताल में मरीज का नंबर एक से दो घंटे में आ रहा है। मरीजों में पोस्ट वायरल इंपैक्ट देखा जा रहा है। इसमें नजर कम होना, याददाश्त कम होना, भूख न लगने की शिकायत है। जिला अस्पताल के एसआईसी डॉक्टर हीरा सिंह का कहना है कि कुछ दिनों से बुखार, वायरल के मरीज बढ़े हैं। डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल में डेंगू वॉर्ड अलग से बनाया गया है।
डेंगू और वायरल बुखार के प्रकोप से फिरोजाबाद में 70 से ज्यादा मौतें
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