जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन पर चर्चा के लिए भाजपा के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल एन एन वोहरा से मुलाकात की और बाद में कहा कि एक जनवरी को पार्टी उन्हें अपना औपचारिक प्रस्ताव सौंपेगी। सरकार बनाने के लिए पीडीपी की तरफ से अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के साथ महागठबंधन करने का विचार पेश किये जाने के एक दिन बाद भाजपा ने इसकी निंदा करते हुए इसे जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ विश्वासघात बताया।
भाजपा महासचिव राम माधव के साथ राज्यपाल से मुलाकात करने वाले पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख जुगल किशोर शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, पार्टी नेता एक जनवरी को राज्यपाल से मुलाकात करके अपना प्रस्ताव सौंपेंगे। राज्यपाल के साथ आज की भेंट को राज्य में सरकार गठन की चल रही प्रक्रिया के हिस्से के तौर पर देखा जा सकता है। उन्होंने कहा, सरकार गठन की प्रक्रिया जारी है और इस प्रक्रिया के दौरान लोग मिलते रहते हैं लेकिन राज्यपाल के साथ हमारी औपचारिक मुलाकात एक जनवरी को होगी जब भाजपा उन्हें अपना प्रस्ताव सौंपेगी।
पीडीपी के महागठबंधन की मंशा के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, हालांकि, इस तरह के किसी गठबंधन के बनने के बारे में मुझे पता नहीं है लेकिन अगर इस तरह का गठबंधन होता है तो यह राज्य की जनता के साथ धोखा होगा क्योंकि चुनावों के मत प्रतिशत में भाजपा की अधिकतम हिस्सेदारी है।
विधानसभा चुनाव के बाद किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है और त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बन गयी है। 87 सदस्यों वाली विधानसभा में पीडीपी 28 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है जबकि 25 सीटों के साथ भाजपा दूसरे नंबर पर है। नेशनल कांफ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली हैं। छोटी पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में सात सीटें गयी हैं।
सरकार के गठन के बारे में पीडीपी और भाजपा के बीच बातचीत को लेकर शर्मा ने कहा, हम इस बात को नकार नहीं सकते कि बातचीत जारी है। यह प्रक्रिया का हिस्सा है और हम भाजपा के सहयोगी की तलाश कर रहे हैं। सिर्फ भाजपा ही जम्मू-कश्मीर के लोगों को स्थिर सरकार दे सकती है। उन्होंने नया मुख्यमंत्री भाजपा से होने की मांग करते हुए कहा, हमने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को फैसला लेने के लिए अधिकृत किया है। पार्टी की प्रदेश शाखा के साथ सलाह करने के बाद फैसला लिया जाएगा और हम फिर कहते हैं कि मुख्यमंत्री भाजपा का होना चाहिए।
शर्मा ने कहा कि राज्यपाल के साथ 30 मिनट की बैठक के दौरान भाजपा नेताओं ने राज्य में एक स्थिर सरकार के गठन के प्रयासों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भाजपा सभी हिस्सेदारों से बातचीत कर रही है और नयी सरकार के गठन के लिए सभी विकल्प खुले रखे हैं। शर्मा ने कहा, हम इस बात से इनकार नहीं कर रहे कि हम दूसरी पार्टियों के साथ चर्चा कर रहे हैं। हम राज्य में सभी हिस्सेदारों के साथ संपर्क में हैं। केवल भाजपा के साथ वाला गठबंधन ही जम्मू-कश्मीर के लोगों को एक स्थिर सरकार दे सकता है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार गठन को लेकर पार्टी में चर्चा जारी है और पार्टी जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहती। उन्होंने कहा कि हमें लोगों को सुशासन वाली एक स्थिर सरकार देनी है इसलिए हम जल्दबाजी नहीं कर सकते। इस वजह से सरकार के गठन में समय लग रहा है। शर्मा ने कहा कि भाजपा की भागीदारी के बिना राज्य में कोई भी गठबंधन सफल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, भाजपा के बिना कोई भी गठबंधन संभव नहीं है क्योंकि लोगों ने पार्टी को जनादेश दिया है।
शर्मा ने कहा कि पार्टी ने अगली सरकार के गठन के लिए सभी विकल्प खुले रखे हैं और कोई जोखिम नहीं ले रही है। उन्होंने कहा, हम जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं। इसलिए हम राज्य में सरकार के गठन के लिए समय ले रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि राज्यपाल से मिलने का फैसला आज सुबह एक उच्च स्तरीय बैठक में किया गया।
जम्मू-कश्मीर: भाजपा गुरुवार को राज्यपाल को सौंपेगी प्रस्ताव
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