भोपाल में बेरोजगारी से फिर एक परिवार तबाह हो गया। जहांगीराबाद इलाके में रहने वाले एक 35 साल के युवक ने सब्जी काटने वाले चाकू से खुद का गला काट लिया। उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। करीब डेढ़ महीने से बेरोजगार होने से वह डिप्रेशन में रहता था। घटना से कुछ मिनट पहले उसे पत्नी और बहनों ने समझाया था, ताकि वह डिप्रेशन से बाहर आ सके, लेकिन इससे पहले ही उसने मौत को गले लगा लिया।

जुबैर पुत्र इस्तियाक खान चरक हॉस्पिटल के पास जहांगीराबाद इलाके में रहता था। जहांगीराबाद थाना टीआई वीरेंद्र चौहान ने बताया कि वह एक आईस्क्रीम फैक्टरी में काम करता था, लेकिन कुछ समय पहले काम बंद हो गया। इससे वह बेरोजगार हो गया। डिप्रेशन में होने से वह शराब पीने लगा। घटना वाले समय भी उसने शराब पी रखी थी। बुधवार रात करीब 11 बजे पत्नी शबा व बहनों ने उसे समझाया। उस समय तो वह सबकुछ सुनता रहा, लेकिन कुछ देर बाद किचन में गया और सब्जी काटने वाले चाकू से खुद का गला काट लिया।

काम पर जाने की बात को ताना समझाता था

पुलिस ने बताया कि पत्नी समेत परिजन जुबैर को काम पर जाने की बात कहते थे। इसे वह ताना समझता था। इसलिए शराब पीने का भी आदि हो गया था। घटना वाली रात भी वह शराब के नशे में घर आया था। इस पर परिजन ने समझाया। बहनें और बहनोई भी आए थे। वह माता-पिता का एकलौता बेटा था।

2 इंच तक कट गया था गला

जुबैर के गला काटने की घटना के बाद परिजनों में चीख-पुकार होने लगी। जुबैर का गला करीब 2 इंच कट चुका था। उसे आनन-फानन में अस्तपाल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

मिसरोद में इंजीनियर ने बेटे-बेटी का गला काटकर सुसाइड कर ली थी

राजधानी के मिसरोद थाना क्षेत्र में बीते शनिवार को सिविल इंजीनियर रवि ठाकरे (55) ने पत्नी के साथ जहर पी लिया। साथ ही, बेटे और बेटी का टाइल्स कटर से गला काट दिया। घटना में इंजीनियर और बेटे की मौत हो गई है। वहीं, बेटी और पत्नी को हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना के पीछे आर्थिक तंगी का कारण सामने आ रहा है।