राजगढ़ में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां नगर पालिका के कर्मचारी संजय जाट को मौत के 16 दिन बाद दूसरी जगह अटैच किया गया है। कर्मचारी पर रिश्वत लेने का आराेप था। नगरीय प्रशासन विभाग ने कर्मचारी को ब्यावरा नगर पालिका परिषद से राजगढ़ नगर पालिका परिषद में अटैच करने का आदेश जारी किया है।
बता दें कि 14 अगस्त को ब्यावरा में नगर परिषद में थर्ड ग्रेड कर्मचारी संजय जाट ने फांसी लगा ली थी। इससे पहले उसने 19 सेकेंड का वीडियो भी बनाया था। इसमें 4 लोगों की प्रताड़ना से तंग आकर जान देने की बात कही गई। उन्होंने कहा था कि गिरिराज, रजक, भागीरथ और इश्तियाक इन चारों ने मुझे प्रताड़ित किया है। इनके कारण से मृत्यु प्राप्त हो रही है।
भतीजा बोला - आरोपी चाचा को कहते थे, तुझे जेल जाने से कोई नहीं रोक सकता
संजय जाट के भतीजे आकाश ने बताया, चाचा और मेरा घर पास-पास है। कुछ समय पहले चाचा परेशान दिखे, तो मैंने कारण पूछा। उन्होंने कहा- ब्यावरा के चार लोग परेशान कर रहे हैं। इसमें इश्तियाक ने उनकी शिकायत कलेक्टर ऑफिस में की है। वह 50 हजार रुपए मांग रहा है। वहीं, भागीरथ, गिरिराज और रजक जेल भिजवाने की धमकी देते हैं। वे कहते हैं, तुझे जेल जाने से कोई नहीं रोक सकता। तुझे हम जल्दी जेल भिजवाएंगे। मैंने इश्तियाक को समझाया भी था, पर उसने परेशान करना नहीं छाेड़ा।
यह है मामला
ब्यावरा में पदस्थ नपाकर्मी संजय जाट को 26 मार्च को लोकायुक्त पुलिस ने 3 हजार रुपए की रिश्वत के आरोप में पकड़ा था। नपाकर्मी संजय को भागीरथ जाटव, गिरिराज कसेरा, रजत कसेरा और इश्तयाक नबी लगातार ब्लैकमेल कर दबाव बना रहे थे। इससे परेशान होकर संजय जाट ने 14 अगस्त को आत्महत्या कर ली। पुलिस ने आरोपी गिरिराज कसेरा और रजत कसेरा को हिरासत में ले लिया है। वहीं, इश्तयाक नबी और भागीरथ जाटव की तलाश जारी है।