नई दिल्ली : चर्चित इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने मदन मोहन मालवीय को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने के फैसले की आलोचना की और कहा कि इसका बचाव नहीं किया जा सकता तथा मालवीय से ज्यादा ‘कई और महान भारतीय’ इस सर्वोच्च सम्मान के लिए योग्य हैं। हालांकि गुहा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न देना ‘अच्छा’ है।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘वाजपेयी को भारत रत्न देना अच्छा है लेकिन यह किसी दिवंगत या बहुत पहले दिवंगत हो चुके व्यक्ति को नहीं दिया जाना चाहिए। मालवीय को भारत रत्न से सम्मानित करना गलत है।’

कई ट्वीट के माध्यम से गुहा ने कहा, ‘अगर मालवीय को दिया जाता है तो टैगोर, फूले, तिलक, गोखले, विवेकानंद, अकबर, शिवाजी, गुरु नानक, कबीर, सम्राट अशोक को भी क्यों नहीं?’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट जिसमें उन्होंने कहा कि मालवीय को उनके ज्ञान और देशभक्ति के लिए पुरस्कार दिया गया के संदर्भ में गुहा ने कहा, ‘दोनों मामलों में कई महान भारतीय हैं।’

उन्होंने कहा, ‘गोखले, तिलक, कमलादेवी, भगत सिंह ने स्वतंत्रता संग्राम में मालवीय से कहीं ज्यादा योगदान किया, टैगोर ने शिक्षा, साहित्य में बहुत योगदान दिया।’ गुहा ने कहा, ‘लेकिन गोखले, तिलक, भगत सिंह, कमलादेवी, टैगोर और अन्य दिग्गज लोगों ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में काम नहीं किया या वहां नहीं रहे।’

गुहा ने आशा जताई कि अब किसी और को मरणोपरांत भारत रत्न नहीं किया जाएगा ताकि इस तरह की राजनीतिकरण को कम किया जा सके।