वाशिंगटन । अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे पर हुए आत्मघाती हमलों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट के ‘‘साजिशकर्ता’’ के खिलाफ ड्रोन हमला किया।अमेरिकी की यह जवाबी कार्रवाई 48 घंटे से भी कम समय में की है। वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के अधिकारी ने खुलासा किया कि काबुल हवाई अड्डे पर आत्मघाती बम हमला करने वाला आतंकी 25 पौंड विस्फोटक लिए हुआ था, जिसमें विस्फोटक छर्रे भरे हुए थे। 
अमेरिका ने अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट के ‘‘साजिशकर्ता’’ के खिलाफ ड्रोन हमला किया। हमले में 169 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई अमेरिका के सेंट्रल कमान के प्रवक्ता कैप्टन बिल अर्बन ने कहा, अमेरिकी सेना ने इस्लामिक स्टेट-खुरासान (आईएसके) साजिशकर्ता के खिलाफ शुक्रवार को आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया। यह मानवरहित हवाई हमला अफगानिस्तान के नांगहर प्रांत में हुआ।
अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत (आईएसआईएस-के) के खतरे के कारण अफगानिस्तान से लोगों को निकालने की प्रक्रिया के ‘‘पीछे खिसक जाने’’ के बावजूद कहा कि वह लोगों की निकासी का अपना अभियान 31 अगस्त तक ही पूरा करेगा। अमेरिका और तालिबान ने युद्धग्रस्त देश से अमेरिकी सैनिकों की निकासी के लिए 31 अगस्त की समयसीमा तय की है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा, ‘‘खतरा अभी बना हुआ है। हमारे सैनिक अब भी खतरे में हैं। यह अभियान का सबसे खतरनाक हिस्सा है।’’ 
काबुल के हवाई अड्डे के पास हुए आत्मघाती हमलों के दो दिन बाद फिर से भारी गोलीबारी की खबर सामने आ रही है।जानकारी के मुताबिक काबुल में गोलीबारी जारी है। जिसकी वजह से अफरा तफरी का माहौल है। लोग दहशत में इलाके को छोड़कर भाग रहे हैं।