भोपाल : जनसंपर्क, ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा खनिज साधन मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि बच्चों को शिक्षित करने के साथ ही संस्कारवान तथा संवेदनशील नागरिक बनाना आज की जरूरत है। इससे बच्चे अच्छे नागरिक बनकर देश-प्रदेश का नाम रोशन कर सकेंगे। श्री शुक्ल आज यहाँ बोर्डिंग स्कॉलर प्ले-ग्रुप और नर्सरी स्कूल के 10वें वार्षिक समारोह यूपोहरि-2015 को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर विभागाध्यक्ष शिक्षा विभाग सत्य सांईं कॉलेज डॉ. सरोज गुप्ता विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थीं।
श्री शुक्ल ने कहा कि बच्चे गीली मिट्टी के लोंदे के समान होते हैं। उसे जैसा चाहो आकार दे दो। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को संस्कारवान नागरिक बनाने के लिये शुरूआती दौर में बुनियादी शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि वर्तमान युग प्रतिस्पर्धा तथा चुनौतियों से भरा है। इसे ध्यान में रखते हुए ही बच्चों को शिक्षा दी जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि बच्चे स्वभाव से ही नटखट होते हैं और ज्यादा देर तक किसी चीज पर केन्द्रित नहीं रह पाते। उनके नटखटपन को बनाये रखते हुए शिक्षित करने के साथ ही संस्कारवान बनाने के लिये बोर्डिंग स्कॉलर प्ले-ग्रुप और नर्सरी स्कूल बखूबी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहा है।
जनसंपर्क मंत्री ने नोबल शांति पुरस्कार से विभूषित कैलाश सत्यार्थी का उल्लेख करते हुए कहा है कि हमें उनसे प्रेरणा लेना चाहिये। उन्होंने बचपन बचाओ अभियान में अपने आप को समर्पित कर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
श्री शुक्ल ने इस मौके पर विभिन्न प्रतियोगिता के विजेता नन्हे-मुन्ने बच्चों को पुरस्कृत कर उन्हें दुलार भी किया। जनसंपर्क मंत्री का नन्हे बच्चों ने अपने तरीके से स्वागत किया। संस्थान की संचालक एवं प्राचार्य डॉ. सीमा पचौरी ने गतिविधियों की जानकारी दी।
बच्चों को शिक्षित के साथ संस्कारवान तथा संवेदनशील नागरिक बनाना जरूरी
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