धनबाद कोर्ट के ADJ-8 उत्तम आनंद की मौत ऑटो के धक्के से ही हुई है। यह जानकारी CBI ने झारखंड हाईकोर्ट में शुक्रवार को पेश रिपोर्ट में दी है। साथ ही कहा है कि रिपोर्ट में षड्यंत्र और मोटिव की जानकारी नहीं दर्ज की गई है। इसकी जांच की जा रही है।

मामले की सुनवाई के दौरान शुक्रवार को अदालत ने दोनों आरोपियों को पर्याप्त सुरक्षा देने के लिए कहा है। कोर्ट का अंदेशा है कि अगर कोई बड़ा षडयंत्र हुआ तो उन पर हमला हो सकता है। अदालत ने उन्हें हवाई जहाज से ही लाने और ले जाने के लिए कहा है। मामले की अगली सुनवाई 3 सितंबर को होगी।

इस दौरान गृह सचिव और FSL के निदेशक भी कोर्ट में हाजिर हुए। कोर्ट ने उनसे कहा कि राज्य में जब एक ही FSL लैब है तो इसमें जरूरी जांच की सुविधा होनी जरूरी है। अदालत ने निदेशक से पूछा है कि लैब में कितने पद रिक्त है? क्या-क्या नई जांच की सुविधा की जरूरत है? अगली सुनवाई को भी दोनों अधिकारी कोर्ट में हाजिर रहेंगे।

पिछली सुनवाई को कोर्ट ने क्या कहा था

इससे पहले 19 अगस्‍त को इस मामले की सुनवाई हुई थी। इसमें अदालत ने कहा था कि रांची FSL में जांच की सुविधा न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। कोर्ट ने CBI की ओर से पेश रिपोर्ट पर भी टिप्पणी की थी। अदालत ने कहा कि CBI को ऑटो और जज से हुई टक्कर की जगह की जांच रिपोर्ट देनी चाहिए, ताकि यह पता चल पाए कि जज की मौत टक्कर से हुई है या फिर किसी ने मारा है। क्योंकि फुटेज में चालक के पास बैठे व्यक्ति ने मारा है और कोर्ट प्रथम दृष्टया ऐसा मान रही है।