जयपुर । बीते साल गहलोत सरकार पर आए सियासी संकट के दौरान सचिन पायलट व पायलट समर्थक एनएसयूआई, युवा कांग्रेस और सेवादल अध्यक्ष को बर्खास्त करने के बाद सेवादल के नए अध्यक्ष बनाए गए हेम सिंह शेखावत और एनएसयूआई के अध्यक्ष अभिषेंक चौधरी 13 माह बाद भी अपनी नई प्रदेश कार्यकारिण्ी की घोषणा नहीं कर पाए। कांग्रेस के दोनो ही अग्रिम संगठनो के अध्यक्ष 13 महीने से निवर्तमान कार्यकारिणी से ही काम चला रहे है जबकि सेवादल और एनएसयूअआई में पूर्व अध्यक्षों के कार्यकाल से ही कार्यकारिणी और जिलाअध्यक्ष बने हुए है ऐसे में 13 महीने के बाद भी दोनो अग्रिम संगठनो के अध्यक्षो की ओर से अपनी नई टीम नहीं बनाए जाने को लेकर कांग्रेस गलियारों में सियासी चर्चाएं शुरू हो गई है कांग्रेस गलियारों में चर्चा इस बात की है कि 13 महीने में एनएसयूआई के अध्यक्ष अभिषेक चौधरी और सेवादल के अध्यक्ष हेमसिंह शेखावत अपने मनमाफिक लोगों की टीम ही नहीं जोड पाए जिससे कई बार कार्यक्रमो और आयोजनों में उन्हें ही परेशानियों का सामना करना पडता है। इधर एनएसयूआई और सेवादल में पूर्व अध्यक्षों की ओर से गठित कार्यकारिणी से दोनो वर्तमान अध्यक्षों को कम ही सहयोग मिलता है पूर्व अध्यक्षों की कार्यकारिणी के पदाधिकारी धरने प्रदर्शन और आयोजनों से दूर ही रहते है ऐसे में सेवादल और एनएसयूआई के वर्तमान अध्यक्षों को जो सहयोग मिलना चाहिए था उतना नहीं मिल पा रहा है।