मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन के लिए 25 व 26 अगस्त को महाअभियान चलाया जाएगा। इन दो दिनों में 35 लाख डोज लगाने का टारगेट है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 25 अगस्त को पहला और दूसरा डोज लगेगा, लेकिन 26 अगस्त को सिर्फ दूसरा डोज लगाया जाएगा। अभियान की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अफसरों से बात की। उन्होंने निर्देश दिया कि वैक्सीनेशन का रोडमैप इस तरह बनाएं, 30 सितंबर तक पात्र आबादी (5.59 करोड़) को पहला डोज लग जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोरोना की तीसरी लहर नहीं आई, तो प्राइमरी स्कूल खोलने की दिशा में भी कदम बढ़ाएंगे, इसलिए स्कूल स्टाफ, 18 साल और उससे अधिक उम्र के छात्र-छात्राओं और जिन्हें अभी तक वैक्सीन नहीं लगी है, उनका भी वैक्सीनेशन सुनिश्चित करना है।
दरअसल, विशेषज्ञों ने देश में तीसरी लहर अक्टूबर में आने की संभावना जताई है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार का फोकस तीसरी लहर आने से पहले ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन करने पर है। मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिए कि जिस तरह चुनाव के दौरान लोगों को ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए प्रेरित किया जाता है, उसी तरह वैक्सीनेशन अभियान के लिए तैयारी करें।
अब तक 3 करोड़ 36 लाख लोगों को ही पहला डोज लगा है, यानी अगले 36 दिन में 2 करोड़ 23 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का टारगेट तय किया गया है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से दिल्ली में मुलाकात कर मध्यप्रदेश को वैक्सीन के अतिरिक्त डोज उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। इस पर मांडविया ने दो दिन के अभियान के टारगेट को पूरा करने के लिए 11 लाख अतिरिक्त डोज MP को दिए हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अफसरों को संबोधित किया। शिवराज ने कहा कि वैक्सीनेशन महाअभियान के दूसरे चरण को सफल बनाने के लिए घर-घर जाकर ग्राम पंचायत, सांसद, विधायक संपर्क करें। गांवों में डोंडी पिटवाई जाए और शहरों में अनाउंसमेंट करें। जागरूकता के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का टीका जीने का सलीका है। वैक्सीनेशन और अनुकूल व्यवहार ऐसे दो अस्त्र हैं, जिनके माध्यम से हम तीसरी लहर के असर को शून्य कर सकते हैं। यह दूसरा अभियान इसीलिए है कि लोग वैक्सीन करवाना भूल न जाएं, जागरूक रहें।