कोटा। कोचिंग सिटी कोटा को पर्यटन नगरी बनाने के लिए चंबल रिवर फ्रंट और ऑक्सीजन जैसे प्रोजेक्ट अपना आकार ले रहे हैं। कोटा शहर में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कोटा के ऐतिहासिक दरवाजों का भी प्राचीन वैभव लौटाने का कार्य किया जा रहा है। शहर के गुमानपुरा, सूरजपोल, लाडपुरा और किशोरपुरा पाटन पोल के ऐतिहासिक दरवाजों को खूबसूरती देने का काम इन दिनों जोरों पर है। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कोटा के गौरवशाली इतिहास को बयां करने वाले इन दरवाजों को खूबसूरत बनाने के प्रोजेक्ट पर भी गंभीरता के साथ जुटे हुए हैं।
  स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इन दरवाजों को निखारा जा रहा है। यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने इन ऐतिहासिक दरवाजों के किये जा रहे सौन्दर्यकरण के कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान स्वायत्त शासन मंत्री धारीवाल ने कहा कि सभी दरवाजों के निर्माण में पुरातत्व विभाग के मापदण्डों के अनुसार गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उपयोग लिया जाए। उन्होंने दरवाजों के मूल स्वरूप को निखार कर रियासतकालीन लकड़ी के गेट को भी मूल स्वरूप में बंद किये जा सके इस प्रकार तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने ऐतिहासिक चित्रकारी को सुरक्षित रखने और धर्मिक स्थलों को भी एकरूपता में लाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि ये दरवाजे इस तरह से तैयार किये जायें कि वे कोटा आने वाले पर्यटकों को यहां के ऐतिहासिक वैभव को बयां करें। धारीवाल ने निरीक्षण के समय सूरपोल गेट में रह रहे परिवारों का पुर्नवास करने और लाडपुरा दरवाजे में स्थित पुलिस चौकी को शिफ्ट कर वहां झरोखे एवं पेंटिंग कार्य को भी आकर्षकता से करने के निर्देश दिये। धारीवाल इस दौरान किशोरपुरा और कैथूनीपोल दरवाजे को भी देखने गये।