महाराष्ट्र के सतारा से एक बेहद हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती एक शख्स शराब की दो बोतल के लिए 90 फुट ऊंचे हाईटेंशन टावर पर चढ़ गया। इसके बाद उसे नीचे उतारने के लिए पूरी रात प्रयास चला और तकरीबन 6 घंटे के प्रयास के बाद उसे किसी तरह नीचे उतारा जा सका। उसे नीचे उतारने के चक्कर में बिजली सप्लाई करने वाली कंपनी MSEDCL ने इलाके की बिजली सप्लाई को 10 घंटे तक बंद रखा। कंपनी की ओर से बताया गया है कि इससे तकरीबन 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।

कोयनानगर पुलिस स्टेशन के अधिकारी एस पवार ने बताया कि यह शख्स शाम 6 बजे इस टावर पर चढ़ा था और उसे गुरुवार सुबह 4 बजे नीचे उतारा गया। उसे नीचे उतारने के लिए हमने छत्रपति शिवेंद्र सिंह राजे भोसले रेस्क्यू टीम को मौके पर बुलाया था। उसे नीचे उतारे के लिए स्थानीय पुलिस के साथ MSEDCL के कर्मचारी पूरी रात परेशान होते रहे। हमें शख्स को मनाने के लिए शराब की बोतलें देने का झूठा वादा भी करना पड़ा। हालांकि, नीचे उतारने के बाद शख्स को नशामुक्ती केंद्र में छोड़ दिया गया है। फिलहाल उसकी स्थिति सामान्य है और डॉक्टर्स की निगरानी में उसका इलाज जारी है।

बुधवार को ही नशा मुक्ति केंद्र में छोड़ गए थे रिश्तेदार
आरोपी शख्स की पहचान करियप्पा तुकाराम कांटेकर के रूप में हुई है। वह बेलगाम के अठानी का रहने वाला है। शराब छुड़ाने के लिए उसके रिश्तेदार उसे कोयने के नशामुक्ति केंद्र लाए थे। करियाप्पा को बुधवार सुबह ही उसके रिश्तेदार नशा मुक्ति केंद्र में छोड़ कर गए थे। उनका कहना है कि शराब के नशे में करियप्पा पहले भी ऐसी ही हरकतें करता था।