बीकानेर । चूरु जिले में थानाप्रभारी पुलिस निरीक्षक विष्णुदत्त विश्नोई के नाबालिग बेटे ने घर में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। एक साल पहले विष्णुदत्त ने भी थाना परिसर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। नाबालिग के फांसी लगाने पर पूरे परिवार में कोहराम मच गया। यह सूचना लगते ही आसपास रहने वाले लोग मौके पर पहुंचे और विश्नोई के बेटे को फंदे से नीचे उतारकर उसे पीबीएम अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी के मुताबिक, नाबालिग अपने पिता की मौत के गम को सहन नहीं कर पा रहा था। वह इस घटना से उबर नहीं पाया था। इसके चलते उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। अब इलाके में गमगीन माहौल है।
मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि दिवंगत पुलिस निरीक्षक विष्णु दत्त की पत्नी उमेश देवी अपने दो बच्चों के साथ बीकानेर की खतूरिया कॉलोनी में रहती हैं। परिजनों ने पुलिस को बताया कि मंगलवार शाम को उमेश देवी घर पर थीं और पूजा कर रही थीं। उसी दौरान उनका 15 साल का बेटा घर में ही पढ़ाई कर रहा था। पढ़ाई करते-करते वह बिना बताए अपने घर के ऊपर बने कमरे में चला गया। काफी देर तक जब वह नीचे नहीं आया तो उमेश देवी ने उसे आवाज भी लगाई। कोई जवाब न आने के बाद परिजन उसे देखने ऊपर के कमरे में गए। कमरे का नजारा देखने के बाद उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। नाबालिग बेटा कमरे में फांसी के फंदे पर झूल रहा था। यह देखकर घर में कोहराम मच गया। उनके चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और फांसी पर झूल रहे नाबालिग को नीचे उतारा। उसके बाद उसे अस्पताल लेकर गए, लेकिन जब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसके बाद उमेश देवी और उनकी बेटी बेहोश हो गईं। परिजनों को विश्वास नहीं हो रहा था कि उनके बेटे ने अपने जीवन को समाप्त कर लिया है। वह 11वीं क्लास में पढ़ता था। पढ़ाई में होशियार होने के साथ ही काफी मिलनसार भी था। आत्महत्या की सूचना पर जेएनवीसी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पीबीएम अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया। फिलहाल अभी पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
दिवंगत पुलिस इंस्पेक्टर के बेटे ने लगाई फांसी, 1 साल पहले खुद ने भी किया था सुसाइड
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