मुंबई। कोरोना संक्रमण का इलाज ढूंढने और इलाज को सफल तरीके से अपनाने के लिए सेरो सर्वे प्रभावी है। मनपा अब तक चार 'सेरो सर्वेक्षण' कर चुकी है। मनपा को इससे अभूतपूर्व सफलता भी हासिल हुई। इसी को ध्यान में रखते हुए और तीसरी लहर से बचने के लिए मनपा पांचवां 'सेरो सर्वे' शुरू किया है। इसमें 8000 सैंपल लिए जाएंगे और उनका मेडिकल टेस्ट किया जाएगा। कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए सेरो सर्वे महत्वपूर्ण उपयोगी हुआ है। सर्वे आईडीएफसी और एटीई चंद्रा फाउंडेशन के सहयोग से किया जा रहा है। जिसमे ही प्रोफ़ाइल इमारतों से लेकर झोपड़पट्टियों आदि में किया जायेगा। सोसायटी और झोंपड़ पट्टी में रहने वाले लोगो में कितना प्रतिशत लोगो में एंटीबॉडी तैयार हुई इसका सबका लेखा जोखा किया जायेगा। मालूम हो कि मुंबई में कोरोना संक्रमण पिछले साल मार्च महीने में फैलने के बाद मनपा ने जुलाई और अगस्त 2020 में तीन वार्डो में पहला और दूसरा सेरो सर्वेक्षण किया था। तीसरा सेरो सर्वेक्षण मार्च 2021 में किया गया था। जबकि मनपा ने सभी 24 वार्डो में मई और जून 2021 में छोटे बच्चों तक का चौथा सर्वेक्षण किया गया। मनपा की ओर से अब तक चार सफल सीरो सर्वेक्षण किए गए हैं। मनपा अब पांचवां सेरो सर्वेक्षण बुधवार से शुरू किया गया है। कुल 8,000 नमूने एकत्र किए जाएंगे और उनका परीक्षण किया जाएगा। वर्तमान में कोरोना की संभावित तीसरी लहर की पृष्ठभूमि में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण चल रहा है। इसलिए एक बार फिर नागरिकों में एंटीबॉडी के स्तर की जांच करना चिकित्सकीय रूप से आवश्यक है। इसी के मद्देनजर मनपा द्वारा सभी 24 वार्डो में मनपा के दवाखानो के माध्यम से पांचवां सेरो सर्वे किया जा रहा है। मनपा 8 हजार सैंपल इकठ्ठा करेगी और उनका परीक्षण मनपा के सायन अस्पताल में किया जाएगा।
मुंबई मनपा ने फिर शुरू किया `सेरो सर्वे'
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