मुंबई : भारतीय टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने आज कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट फिलिप ह्यूज की मौत की दुखद घटना को देखते हुए बाउंसर पर प्रतिबंध लगाने पर विचार नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे खेल से ‘मजा’ चला जाएगा।

सहवाग ने मनीग्राम आईसीसी विश्व कप ट्राफी टूर कार्यक्रम के दौरान कहा, यह काफी दुखद है कि फिल ह्यूज की मौत इस तरह हुई। पुल शाट खेलने की कोशिश में। गेंद उनके सिर में लगी और उनकी मौत हो गई। लेकिन यह क्रिकेट जीवन का हिस्सा है। अगर आप किसी खेल का हिस्सा हो तो चोटें आपके रास्ते में आएंगी। आपकी मौत भी हो सकती है लेकिन आपको पास इससे (बाउंसर से) झुककर बचने का विकल्प है। इसलिए यह बल्लेबाज के तौर पर आप पर निर्भर करता है।

उन्होंने कहा, अगर आप बाउंसर को हटा दो तो क्रिकेट के खेल में मजा नहीं बचेगा। तब यह बल्लेबाजों का खेल बन जाएगा। मुझे नहीं लगता कि आईसीसी ऐसा करेगा। घरेलू क्रिकेट मैच के दौरान सीन एबट की गेंद सिर पर लगने के कारण ह्यूज की मौत हो गई थी जिसके बाद क्रिकेट जगत सकते में है।

सहवाग ने कहा कि उनके हेलमेट पर कई बार गेंद लगी है लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि बाउंसर पर प्रतिबंध लगाने का मतलब होगा कि गेंदबाजों के पास उनका अहम हथियार नहीं होगा। दिल्ली के इस बल्लेबाज ने कहा, कई बार मेरे हेलमेट पर बाउंसर लगे हैं। अगर आप बाउंसर को हटा दो तो शायद गेंदबाजों के पास जो हथियार है वह खत्म हो जाएगा। फिर क्रिकेट इतना रोमांचक नहीं रहेगा।