मुंबई : वीरेंद्र सहवाग भले ही पिछले लगभग दो साल से राष्ट्रीय टीम से बाहर हैं लेकिन इस विस्फोटक सलामी बल्लेबाज को उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अगले साल होने वाले विश्व कप की 30 संभावित खिलाड़ियों की सूची के लिए चयनकर्ता उनके नाम पर विचार करेंगे।
घरेलू मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने के बावजूद यह 36 वर्षीय बल्लेबाज देश की तरफ से चौथे विश्व कप में खेलने का सपना देख रहा है। इससे पहले 2003, 2007 और 2011 विश्व कप में खेल चुके सहवाग ने कहा, मुझे भी उम्मीद है कि 30 सदस्यीय संभावित खिलाड़ियों में मेरा नाम भी होगा। क्रिकेट खेलने वाला प्रत्येक खिलाड़ी अपने देश की तरफ से विश्व कप में खेलना चाहता है। मेरा अब भी सपना है कि मैं इस विश्व कप में खेलूं।
विश्व कप में भारत की संभावना के बारे में सहवाग ने कहा कि उन्हें लगता है कि महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम खिताब का बचाव करने में सफल रहेगी। उन्होंने आईसीसी विश्व कप से संबंधित प्रचार कार्यक्रम के दौरान कहा, हमने 2011 में खिताब जीता था। मेरा मानना है कि हम 2015 में इसका बचाव करने में सक्षम हैं। हमारे पास अच्छी टीम है। वे वनडे में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि हम खिताब का बचाव कर सकते हैं। सहवाग का मानना है कि भारतीय टीम टेस्ट और त्रिकोणीय सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया में है और इसलिए उसे परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने में मदद मिलेगी।
सहवाग ने कहा, जो भी खिलाड़ी विश्व कप में खेलेगा वह इससे पहले टेस्ट और त्रिकोणीय सीरीज में खेल चुका होगा। इसलिए वह परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ रहेगा। इस विस्फोटक बल्लेबाज ने कहा कि यह अच्छा है कि विश्व कप ऑस्ट्रेलिया में हो रहा है क्योंकि वह क्रिकेट खेलने के लिये सर्वश्रेष्ठ स्थान है। उन्होंने कहा, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट खेलने के लिये सर्वश्रेष्ठ स्थान है। आपको वहां अच्छी तेज पिचें मिलती हैं जिनमें उछाल होती है और गेंद अच्छी तरह से बल्ले पर आती है। आप इस तरह की परिस्थितियों में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों का लुत्फ उठाते हो।
सहवाग से पूछा गया कि क्या टीमों को आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में परिस्थितियों से तालमेल बिठाने में दिक्कत आएगी, उन्होंने कहा,दोनों जगह के विकेट एक जैसे हैं। उनमें कोई अंतर नहीं है। विश्व कप में आपको बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिये अच्छे विकेट मिलते हैं। आपको खेल के लिये जीवंत विकेट मिलेंगे। मुझे नहीं लगता कि किसी भी टीम को सामंजस्य बिठाने में किसी तरह की परेशानी होगी। विश्व कप विजेता टीम के सदस्य सहवाग ने कहा कि उनकी इस टूर्नामेंट से कई यादें जुड़ी हैं।
उन्होंने कहा, हमने नाकआउट के प्रत्येक मैच क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल को अपने आखिरी मैच के रूप में लिया। इसलिए हमने क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फिर फाइनल की जीत का पूरी रात जश्न मनाया। सहवाग ने कहा, ये तीनों मैच हमारे काफी बड़े थे और हमने वास्तव में ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया। हमने विश्व कप का पूरा लुत्फ उठाया और प्रत्येक खिलाड़ी ने योगदान दिया।
सहवाग ने पाकिस्तान के खिलाफ मोहाली में खेले गये सेमीफाइनल को कड़ा करार दिया क्योंकि भारत ने बल्लेबाजी के लिये अनुकूल पिच पर पर्याप्त रन नहीं बनाये थे। उन्होंने कहा, फाइनल कड़ा नहीं था क्योंकि हम जानते थे कि हमने पिछले दो साल में श्रीलंका के खिलाफ सभी मैच जीते हैं। हमारे लिये कड़ा मुकाबला पाकिस्तान वाला मैच था क्योंकि हमने 260 के करीब रन बनाये और विकेट बल्लेबाजी के लिये अच्छा था। लेकिन गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया।
वर्तमान गेंदबाजी आक्रमण के बारे में सहवाग ने कहा, मुझे लगता है कि हमारे पास बहुत अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है। यह इस पर निर्भर करता है कि उन्हें विश्व कप से पहले कितने मैचों में खेलने का मौका मिलता है। तेज गेंदबाजों को विश्व कप से पहले 40 - 50 या 100 मैचों में खेलने का अनुभव होना चाहिए। सहवाग ने कहा कि पूरी संभावना है कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड सेमीफाइनल में जगह बनाएंगे। उनके अलावा भारत और दक्षिण अफ्रीका अंतिम चार में पहुंच सकती हैं।
उन्होंने कहा, हाल में न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया और वे अपने विश्व कप में अपने देश में खेलेंगे। अन्य टीमों में दक्षिण अफ्रीका की टीम हाल में ऑस्ट्रेलिया में खेली। प्रत्येक मैच में स्कोर 300 के करीब रहेगा और मैच काफी करीबी होंगे। इस स्टार बल्लेबाज ने कहा, इसलिए यह कहना मुश्किल है कि कौन सी टीम अंतिम चार में पहुंचेगी लेकिन फिर भी मेरा मानना है कि ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, भारत और न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल में पहुंचना चाहिए।
उम्मीद है विश्व कप संभावित खिलाड़ियों में मेरा नाम होगा: वीरेंद्र सहवाग
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