तोक्यो । भारतीय महिला हॉकी टीम की फारवर्ड वंदना कटारिया ने ओलंपिक सेमीफाइनल में अर्जेंटीना के खिलाफ हार के बाद परिवार के खिलाफ की गई कथित जातिवादी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया करने से मना कर दिया। वंदना ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही हैं,इसपर वहां कुछ नहीं कहेगी। सिडकुल पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि भारतीय टीम की बुधवार को सेमीफाइनल में अर्जेंटीना के हाथों हार के बाद दो व्यक्तियों ने वंदना के घर के आगे उपहास उड़ाने के लिए नाचकर आतिशबाजी भी की। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब कटारिया के परिवार के कुछ लोग शोर सुनकर बाहर आए, तब इन दोनों ने उनके लिए जातीय टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि टीम इसकारण हारी क्योंकि उसमें बहुत अधिक दलित खिलाड़ी थे।
कटारिया ने कांस्य पदक के मैच में टीम की ब्रिटेनके हाथों 3-4 से हार के बाद कहा, मैं मामले में टिप्पणी नहीं करना चाहती हूं। मैंने इस बारे में सुना है। मैंने अपने परिवार से बात की हैं, उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।इन दोनों व्यक्तियों और वंदना के परिवार के बीच बहस के बाद इस हॉकी खिलाड़ी के भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी जिसके बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान विजयपाल के रूप में की गई है। उस पर भारतीय दंड संहिता और एससी एसटी अधिनियम की धारा 504 (शांतिभंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।