शिवपुरी-श्योपुर, ग्वालियर-दतिया में लगातार बारिश और उफनती नदियों से हालात पूरी तरह से बिगड़ गए हैं। हर तरफ से बचाव के लिए फोन और वीडियो मैसेज आ रहे हैं। कोई टापू पर फंसा है तो काई छत पर मदद की आस में बैठा है। दतिया के बड़ोनी के छिड़ाेनी गांव में दोपहर 12 बजे से 90 लोग एक टापू पर फंसे हुए हैं। अब तक उन्हें मदद नहीं मिल पाई है। सोशल मीडिया पर वीडियो डाल कर कह रहे हैं कि समय बहुत कम बचा है। कभी भी टापू बह सकता है। प्रशासन उन्हें आश्वासन देकर कह रहा है कि सेना भेजी जा रही है।

सुनिए मदद की पुकार...
 

देखिए पानी हमसे कुछ थोड़ी जगह है। इतनी ही ऊंचाई पर हैं। कभी भी पानी भर सकता है। टापू क्षतिग्रस्त हो गया है। कभी भी बह सकता है। बहुत ज्यादा स्थिति खराब है। हमारे पास समय नहीं है। हमारे मोबाइल भी बंद होने वाले हैं। कलेक्टर साहब, हमें बचा लीजिए जल्दी से जल्दी।

-रवींद्र बघेल, छिड़ोनी गांव में एक टापू पर 90 लोगों के साथ फंसे हैं

रात 12 बजे दतिया के बड़ोनी के छिड़ोनी गांव निवासी रवीन्द्र बघेल का वीडियो सामने आया है। वीडियो में काफी अंधेरा है गांव सिंध नदी में डूब गया है। गांव के करीब 90 लोग, जिनमें बच्चे,महिलाएं व पुरुष गांव के एक टापू पर जाकर बैठे हैं। वे बार-बार मदद मांग रहे हैं। बुधवार सुबह 11 बजे तक रेस्क्यू दल इन तक नहीं पहुंच पाए हैं। नायब तहसीलदार का कहना है कि सेना मदद के लिए जा पहुंच रही है।

इसलिए हालात बिगड़ गए

चार दिन जारी बारिश और मड़ीखेड़ा, हरसी व ककैटो डैम से लगातार पानी छोड़े जाने के बाद यहां की नदियां सिंध, पार्वती, कूनो, महुअर, नोन नदियां उफान पर हैं। सबसे ज्यादा रौद्र रूप सिंध और पार्वती ने लिया हुआ है। लोग गांव छोड़कर पहाड़ी पर शरण लिए हुए हैं।

दतिया: दो पुल बहने से टीमों को पहुंचने में हाे रही देरी

दतिया में भी सिंध नदी के उफान ने तूफान मचा रखा है। यहां गोराघाट के पास सिंध नदी पर बना लांच का पुल और रतनगढ़ का पुल बह गया है। ग्वालियर-झांसी रास्ते पर पुल में दरार आने के बाद यातायात रोकना पड़ा है। इसकी वजह से बचाव दल मौके पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।

सिंध नदी का पानी सेंवढ़ा, अमायन और गोराघाट के पुल तक आया, कई गांवों में पलायन

सिंध और चंबल नदी उफान पर है। करीब एक दर्जन गांव को खाली कराया जा चुका है। लोग पलायन कर रहे हैं। सबसे ज्यादा तबाही सिंध नदी मचा रही है। सिंध नदी के दतिया जिले में गोराघाट, सेंवढ़ा पुल पर पानी छू रहा है। वहीं, इसी तरह से भिंड जिले के अमायन पुल पर भी पानी आ गया है। इंदुर्खी पुल पानी में डूब चुका है। इसी तरह मेंहदा घाट के पुल के नीच पानी आ चुका है। इधर चंबल नदी खतरे के निशान से दो मीटर ऊंचाई पर बह रही है।