मुंबई : ऑस्ट्र्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा है कि भारत चार मैचों की टेस्ट सीरीज में आक्रामक और सकारात्मक खेल की रणनीति अपनाएगा और उनकी युवा टीम ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में मात दे सकता है।

कोहली ने दौरे पर जाने से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमें अपनी क्षमता और अपने टेस्ट खिलाड़ियों के जज्बे पर पूरा भरोसा है। हर कोई वहां जाने और ऑस्ट्रेलिया में परिस्थिति का अनुभव करने और वहां मिलने वाली चुनौती को लेकर उत्सुक है।'

गौरतलब है कि, धोनी की अनुपस्थिति में कोहली ब्रिस्बेन में होने वाले पहले टेस्ट में टीम की कप्तानी करेंगे। नियमित कप्तान धोनी दायें अंगूठे की चोट की वजह से मैदान से दूर हैं।

26 वर्षीय युवा खिलाड़ी ने कहा, 'हमें आक्रामक होने के साथ सतर्क रहना होगा। पहली प्राथमिकता सकारात्मक और आक्रामक होने पर होगी और फिर हम संभव हो अपनी शर्तें तय कर सकते हैं। हमारा इरादा सकारात्मक और आक्रामक होना और ऐसी मनोदशा रखना होगा। हमारे पास निश्चित रुप से प्लान बी और प्लान सी होंगे जिनपर हम निर्भर होंगे।'

कोहली ने कहा कि टेस्ट टीम के लिए हमें बेस्ट टीम चुननी होगी। टेस्ट सीरीज का मतलब एक विशेष संयोजन के साथ टिके रहने, खिलाडियों को भरोसा देने की जरूरत है।

कोहली ने कहा, हर वक्त जीत के बारे में सोचते रहना होगा। उन्हें उनके घर में हराने का अच्छा मौका है जैसा कि पहले भी कर चुके हैं। भारतीय टीम शनिवार तड़के ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होगी।

कोहली ने कहा कि वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया में खेलना फायदेमंद होगा क्योंकि खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की परिस्थिति के आदी हो जाएंगे। कोहली ब्रिस्बेन में पहली बार टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी करेंगे और उनका कहना है कि 2012 के अपने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे में अच्छे प्रदर्शन के बाद वह इस बार दौरे को लेकर उत्साहित हैं।

पिछले दौरे पर एक शतक और एक अर्द्धशतक के साथ टेस्ट श्रृंखला में 300 रन बनाने वाले कोहली ने कहा, 'मेरे लिए पिछला दौरा करियर में मील का पत्थर था। 2012 का दौरा खत्म होने तक मैं एक अलग इंसान और क्रिकेटर बन चुका था।' हालांकि भारत वह सीरीज 0-4 से हार गया था।