खंडवा लोकसभा उपचुनाव को लेकर एक तरफ राजनीतिक पार्टियां दावेदारों की उम्मीदवारी पर मंथन कर रही हैं। प्रशासनिक तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने की संभावना है। चुनाव आयोग ने करीब 2900 EVM व वीवीपैट मशीनें उपलब्ध करा दी हैं। लोकसभा क्षेत्र में साढ़े 19 लाख से ज्यादा वोटर्स हैं। 2 अगस्त को EVM की रिहर्सल होगी।

खंडवा लोकसभा सीट सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के बाद मार्च 2021 से रिक्त है। लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव की तैयारियां चुनाव आयोग ने शुरू कर दी है। 2 अगस्त को EVM के प्रथम चरण की जांच के बाद आगे की कार्रवाई शुरू होगी। अक्टूबर के अंतिम या नवंबर के पहले सप्ताह में उप-चुनाव हो सकते हैं।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी शंकरलाल सिंघाड़े ने बताया उप निर्वाचन 2021 के लिए EVM की FLC (फर्स्ट लेवल चेकिंग) का काम 2 अगस्त से आरंभ किया जाएगा। सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के सदस्यों को 2 अगस्त की सुबह 11 बजे ग्राम नहाल्दा स्थित EVM वेयर हाउस पर उपस्थित रहने के लिए कहा गया है। आयोग के द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए मशीनों का परीक्षण किया जाएगा।

4 जिलों की 8 विस सीटें, साढ़े 19 लाख से ज्यादा वोटर्स

खंडवा लोकसभा क्षेत्र में 4 जिलों की 8 विधानसभा सीटें आती हैं। इसमें खंडवा जिले की खंडवा, पंधाना व मांधाता है। बुरहानपुर जिले की बुरहानपुर, नेपानगर, खरगोन जिले की बड़वाह, भीकनगांव और देवास जिले की बागली विधानसभा है। लोकसभा उपचुनाव में 15 जनवरी 2021 की गणना के अनुसार 10,04,509 पुरुष और 9,54,854 महिलाएं यानी कुल 19 लाख 59 हजार 436 वोटर्स हैं। इसके साथ ही 73 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं।

अकेले खंडवा जिले की तीन विधानसभा सीटों पर 880 मतदान केंद्र हैं। इसके लिए 2640 EVM सेट तैयार किए जाएंगे। फिलहाल, जिला निर्वाचन विभाग के पास 2900 सेट EVM और वीवीपैट उपलब्ध है। वहीं कोरोना जैसी स्थिति रही तो जिले में 150 और लोकसभा क्षेत्र में 500 उप मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। यदि कोरोना का संक्रमण नहीं रहा तो 2367 मतदान केंद्रों पर ही उपचुनाव में मतदान होगा।