ग्वालियर| जिले के भितरवार के मोहनगढ़ निवासी एक महिला ने प्रेम संबंध में बाधक बन रहे अपने पति की   प्रेमी और उसके दोस्त से पति की हत्या कराकर शव कुएं में फिकवां दिया और  थाने में पति की  गुमशुदगी दर्ज कराकर पुलिस को 11 महीने तक गुमराह करती रही और  कोर्ट में भी बार-बार पुलिस पर पति की तलाश न करने का आरोप लगाते हुए अर्जी लगाती रही जिससे पुलिस उस पर कतई शक न करे। आखिर 11 महीने बाद पता चला कि जिसे पुलिस तलाश रही है, उसकी हत्या हो चुकी है। हत्यारोपी पत्नी, उसका प्रेमी और दोस्त हैं।पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कुएं से मृतक का कंकाल बरामद कर लिया है।महिला ने पुलिस को गुमराह करना और हत्या से लेकर शव ठिकाने लगाने की साजिश क्राइम पेट्रोल से सीखी। जानकारी के अनुसार भितरवार के मोहनगढ़ निवासी फेरन सिंह जाटव (35 साल) 11 महीने पहले 6 अगस्त 2020 को लापता हो गया था। गुमशुदगी पत्नी मालती (30 साल) ने भितरवार थाने में दर्ज कराई थी। जांच एसडीओपी भितरवार अभिनव बारंगे को सौंपी गई। इधर, पत्नी ने पुलिस पर पति की तलाश न करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण रिट दायर कर दी। कोर्ट में मामला जाते ही पुलिस और गहराई से जांच में जुट गई।
पुलिस को जांच  में पता चला कि मालती का चाल चलन ठीक नहीं है। कृपालपुर निवासी रामअवतार जाटव से उसके मेलजोल की बात सामने आई। वह दो से तीन लोगों पर गलत हरकत का आरोप लगा चुकी है। वहीं लापता फेरन के भाई ने भी भाभी पर संदेह जताया था, इस बीच पुलिस ने मालती की जगह, उसके प्रेमी रामअवतार की ओर अपना फोकस किया। पुलिस ने रामअवतार को लगातार चार दिन बुलाकर पूछताछ की। हर बार उसके बयान अलग-अलग होते थे। पुलिस ने जब सख्ती की तो उसने सब कुछ उगल दिया। बताया कि उसने, मालती और दोस्त शिवराज के साथ फेरन की हत्या कर दी। शिवराज अभी फरार है। पुलिस मालती के घर पहुंची और उसे सामान्य पूछताछ का कहकर थाने ले आई। यहां रामअवतार को हिरासत में देख मालती ने भी अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। पता चला कि
मालती और राम अवतार के बीच अवैध संबंध थे। इसका पता उसके पति को चल गया था। 6 अगस्त 2020 को फेरन सिंह को पार्टी करने के लिए शिवराज और रामअवतार ग्वालियर के हस्तिनापुर स्थित चपरोली मौजा के एक खेत में ले गए। यहां पत्नी के सामने रामअवतार और शिवराज ने पत्थर और लोहे के सरिए से हमला कर फेरन की हत्या कर दी। इसके बाद शव कुएं में फेंक दिया। पुराने कुएं आरोपियों ने पौधा तक रोप दिया था। मालती की निशानदेही पर पुलिस ने कुएं से पौधा जो अब पेड़ बन चुका था, को कटवाया। गोताखोर ने कुएं से कंकाल बरामद किया।
आरोपियों ने बताया कि वारदात को अंजाम देने से पहले उन्होंने क्राइम पेट्रोल के कई सारे एपिसोड देखे थे। इन्हीं एपिसोड को देख पूरी साजिश रची। वे लगातार कोर्ट में याचिका लगा रहे थे, ताकि पुलिस उनसे पूछताछ न करे।पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है।