नई दिल्ली । सन 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए विपक्षी दलों ने गेम प्लान तैयार करना शुरू कर दिया है। प्रमुख विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस ने दिल्ली पहुंची टीएमसी सुप्रीमो ममता बैनर्जी का खुले दिल से स्वागत किया है। पांच दिनों के दिल्ली दौरे पर पहुंची ममता बनर्जी को राष्ट्रीय राजनीति में विपक्षी एकता के एक बड़े मोहरे के रूप में देखा जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी की जीत के बाद पहली बार दिल्ली दौरे पर पहुंचीं सीएम ममता बनर्जी पहले दिन कमलनाथ, आनंद शर्मा और अभिषेक मनु सिंघवी से मुलाकात की। इन तीनों वरिष्ठ नेताओं से बंगाल की सीएम ममता बैनर्जी के संबंध काफी अच्छे हैं। उदाहरण के लिए कमलनाथ जब भी कोलकाता जाते हैं, तो ममता बनर्जी से जरूर मिलते हैं। वहीं, ममता बनर्जी के साथ सिंघवी का राज्यसभा कनेक्शन है। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि इन बैठकों को ऐसे समझा जा सकता है कि भाजपा के खिलाफ जंग में कांग्रेस क्षेत्रीय दिग्गजों को भी शामिल करने का लचीला रुख अपना रही है।
सूत्र बताते हैं कि बीते कई सालों से कांग्रेस का प्रदर्शन लगातार कमजोर हो रहा है और यही कारण है कि गांधी परिवार भी अब क्षेत्रीय दलों को अहमियत देने लगा है। विपक्षी एकता कायम करने के प्रयास कांग्रेस ने भी किए, लेकिन नेतृत्व को लेकर उनके बीच बात नहीं बन पाई। पिछले दिनों प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद कांग्रेस के रुख में यह बदलाव आया है।
इस बैठक के बाद से ही कांग्रेस भी टीएमसी के समर्थन में आ गई है। सीएम ममता बैनर्जी के हालिया बयान भी इशारा करते हैं कि अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को रोकने के लिए बनने वाले तीसरे मोर्चे में कांग्रेस अहम भागीदार होगी। उधर, ममता ने भी कहा है कि नया मोर्चा कांग्रेस के बगैर संभव नहीं है।
कांग्रेस ने खुले मन से किया ममता का स्वागत, 2024 में भाजपा को रोकने के लिए बना गेमप्लान
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