नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान ममता ने राज्य में कोरोना के हालात और वैक्सीन का मुद्दा उठाया। पीएम से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, आज पीएम के साथ शिष्टाचार मुलाकात हुई। बैठक के दौरान मैंने राज्य में कोरोना और अधिक टीकों एवं दवाओं की आवश्यकता का मुद्दा उठाया। मैंने राज्य का नाम बदलने के लंबित मुद्दे को भी उठाया। इस पर उन्होंने कहा कि वह मामले को देखेंगे। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ और आनंद शर्मा से मुलाकात की थी। वह बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात कर सकती हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को अपने पांच दिवसीय दौरे के लिए दिल्ली पहुंची हैं। तीसरी बार पश्चिम बंगाल की सत्ता संभालने के बाद ममता का यह राष्ट्रीय राजधानी का पहला दौरा है। तृणमूल सुप्रीमो बुधवार को दस जनपथ में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगी। अभिषेक मनु सिंघवी सहित विपक्षी दलों के कई अन्य नेताओं से उनके मिलने का कार्यक्रम है। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि 26-30 जुलाई के दौरे के दौरान ममता बनर्जी संसद भी जा सकती हैं, जहां मानसून सत्र चल रहा है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा विरोधी दलों का गठबंधन बनाने की संभावनाओं को तलाशने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत करेंगी। इससे पहले, कोलकाता में राज्य मंत्रिमंडल की विशेष बैठक में हिस्सा लेने के बाद ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हुई थीं। बनर्जी ने कोलकाता के एनएससी बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से बात नहीं की थी। वहीं, बनर्जी के दिल्ली दौर पर निशाना साधते हुए भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी फर्जी टीकाकरण शिविर मामला, चुनाव बाद हिंसा और अन्य मुद्दों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही हैं और इससे बचने के लिए वह कुछ दिन के लिए राज्य से बाहर रहना चाहती हैं। उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दलों को एकजुट करने का बनर्जी का प्रयास सफल नहीं होगा।
पीएम मोदी से मिलीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी
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