
ऑटो सेक्टर की कंपनी टाटा मोटर्स ने जून तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। कंपनी को अप्रैल से जून के दौरान 4,450.92 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। यह पिछले साल की समान तिमाही में 8,437.99 करोड़ रुपए रहा था। यानी कंपनी का घाटा सालाना आधार पर 47% घटा है।
एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि उसका रेवेन्यू सालाना आधार पर 107.6% बढ़कर 66,406.05 करोड़ रुपए का रहा, जो साल भर पहले 31,983.06 करोड़ रुपए रहा था। कंसोलिडेटेड एबीट्डा मार्जिन भी 8.3% रहा। कंपनी ने कहा कि सालभर पहले की तुलना में टाटा मोटर्स का भारत में ऑपरेशन अच्छा रहा। हालांकि, दूसरी लहर के चलते सप्लाई पर बुरा असर पड़ा और मार्च तिमाही के मुकाबले जून तिमाही में ग्रोथ सुस्त रही।
जैगुआर लैड रोवर (JLR) ने पहली तिमाही में सालाना आधार पर 68.1% ज्यादा गाड़ियां बेची, जोकि 1 लाख 24 हजार 537 रही। इसी तरह टाटा मोटर्स ने भी अप्रैल-जून के दौरान 95.2 हजार गाड़ियों की बिक्री की, जो साल भर पहले से 340% ज्यादा है। बिक्री का यह आंकड़ा कोरोना महामारी के बीच रिकवर हुआ है।
टाटा मोटर्स ने कहा कि JLR के लिए डिमांड मजबूत रही। साथ ही भारत में पैसेंजर व्हीकल की भी डिमांड अच्छी रही। हालांकि, सेमीकंडक्टर इश्यू, मेटल के महंगे भाव और महामारी की अनिश्चितताओं ने निकट अवधि के लिए असर डाला है।
ऐसे में कंपनी को उम्मीद है कि महामारी से हालात जैसे-जैसे सुधरेंगे वैसे-वैसे साल के दूसरे में प्रदर्शन सुधरता नजर आएगा। क्योंकि सप्लाई चेन की दिक्कतें भी अच्छी हो जाएंगी। BSE पर टाटा मोटर्स का शेयर 0.86% गिर कर 293.10 रुपए के भाव पर बंद हुआ है।