नयी दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि मोदी सरकार की नीतिगत पहलों से भारत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिहाज से पसंदीदा जगह बन गया है और इन कदमों से घरेलू तथा विदेशी कंपनियों के लिए यहां निवेश के अच्छे अवसर उपलब्ध हुये हैं. राष्ट्रपति ने यहां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) का उद्घाटन किया.
मौके पर उन्होंने कहा, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उठाए गए अनेक कदमों का असर पहले ही दिखने लगा है और मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में हमारी जीडीपी वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रही. भारत पहले ही प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए तरजीही गंतव्य बन चुका है.
उन्होंने कहा, हाल की नीतिगत संरचना में एफडीआई शर्तों में काफी सुधार किया गया है. रेल बुनियादी ढांचे में अधिकतम एफडीआई सीमा 100 प्रतिशत है, रक्षा उत्पादन में यह 49 प्रतिशत तथा बीमा क्षेत्र में 49 प्रतिशत है. राष्ट्रपति ने कहा, मौजूदा सरकार द्वारा उठाए गए इन नीतिगत कदमों तथा प्रधानमंत्री के 'मेक इन इंडिया' आह्वान से संभावित घरेलू व विदेशी निवेशकों के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध हुये हैं.
स्थानीय प्रगति मैदान में होने वाले इस मेले में इस साल 6,500 से अधिक कंपनियां तथा 25 देश भाग ले रहे हैं. मेला आज से शुरु हो गया. मेला 27 नवंबर तक चलेगा. इस बार के मेले की थीम 'महिला उद्यमी' रखा गया है और इसका उद्देश्य विभिन्न संगठनों द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में चलाए जा रहे महिला कल्याण कार्यक्रमों के एकीकरण में मदद करना है.
इस अवसर पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमन भी मौजूद थीं. उन्होंने कहा, मेले के ऐसे व्यापारिक आयोजनों से व्यापार को बल मिलेगा तथा निवेश के लिए नये अवसर खुलेंगे. आईआईटीएफ 2014 में दक्षिण अफ्रीका भागीदार देश है जबकि थाइलैंड को फोकस देश के तौर पर मेले में शामिल किया गया है. व्यापार मेले के पहले पांच दिन 14-18 नवंबर सिर्फ कारोबारियों के लिए रखे गये हैं जबकि 19-27 नवंबर तक यह पूरे दिन आम लोगों के लिए खुला रहेगा.
सरकार के कदमों से निवेशकों के लिए अच्छे अवसर : प्रणब मुखर्जी
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