जयपुर. सरकारी महकमों (Government department) में आम जनता से जुड़े फाइलों या प्रकरणों को अटकाने के मामले अक्सर सामने आते हैं. यही वजह है कि सरकारी महकमों पर अक्सर भ्रष्टाचार (Corruption) के आरोप भी लगते हैं. अब हेरिटेज नगर निगम (Jaipur Heritage Municipal corporation) इस व्यवस्था में सुधार करने के लिए कदम आगे बढ़ा रहा है. हेरिटेज नगर निगम अब फाइल ट्रैकिंग सिस्टम अपडेट करने जा रहा है. इसके जरिए आवेदनकर्ता को भी जानकारी होगी कि उसकी फाइल किस अधिकारी की टेबल पर है. हालांकि नगर निगम में फाइल ट्रैकिंग सिस्टम तो पहले से लागू है. लेकिन इस फाइल ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए सिर्फ नगर निगम के कर्मचारी ही यह पता लगा पाते हैं कि यह फाइल इस स्तर पर रुकी हुई है.

नगर निगम हेरिटेज के आयुक्त अवधेश मीना अब नए फाइल ट्रैकिंग सिस्टम को लाने जा रहे हैं. इस फाइल ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए एक कोड संबंधित आवेदनकर्ता को दिया जाएगा. उसके जरिए वह व्यक्ति पता लगा सकेगा कि उसकी फाइल किस अधिकारी के पास रखी हुई है. माना जा रहा है कि इस व्यवस्था के लागू होने से फरियादी को जो बार बार चक्कर काटने पड़ते हैं, उस पर लगाम लग सकेगी.


भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कवायद
यह व्यवस्था नगर निगम की प्लानिंग शाखा और भवन निर्माण शाखा समेत कई शाखाओं में लागू की जाएगी. दरअसल सरकारी महकमों के कर्मचारी फाइल अक्सर अटकाते हैं. अपना काम करवाने की एवज में अक्सर आवेदनकर्ता को रिश्वत रूपी शुल्क देकर सरकारी खुश करना पड़ता है. ऐसा न करने पर उनकी फाइल अक्सर अटका दी जाती है.

निगम के चक्कर काटने से मिलेगी मुक्ति
नगर निगम में फाइल ट्रेकिंग की नई व्यवस्था लागू हो जाती है तो लोगों की काफी मुश्किलें आसान हो जाएंगी, क्योंकि अभी उन्हें छोटी-छोटी जानकारी के लिए निगम के चक्कर काटने पड़ते हैं. ट्रेकिंग सिस्टम में वे जान सकेंगे कि उनकी फाइल किस अधिकारी के पास है तो उससे फोन पर बातचीत कर फाइल को आगे बढ़वा सकेंगे. इससे बार-बार नगर निगम के चक्कर लगाने से लोगों को मुक्ति मिलेगी. यदि यह प्रयोग सफल रहा तो इसे दूसरी जगह भी लागू किया जा सकता है.