जयपुर. पिछले 6 दिन से रणथंभौर (Ranthambhor) के प्रशासन को जिस बात की चिंता सता रही थी, आखिरकार उस परेशानी का हल निकल आया. ये चिंता बाघिन T-84 (Tigress T-84) उर्फ ऐरोहेड के गले में लगे सेही के कांटे की थी. 13 जुलाई को कैमरा ट्रैप (Camera Trap) से इस बारे में पता चला तो वन विभाग में हड़कंप मच गया. घबराहट इसलिए भी ज़्यादा थी कि बाघिन ने हाल ही में 3 शावकों को जन्म दिया था. ऐसे में इन चारों की जिंदगियों पर मौत का खतरा मंडरा रहा था. रणथंभौर फील्ड डायरेक्टर टीसी वर्मा ने बघिन के इलाज के लिए वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से संपर्क किया. बाघिन के इलाज के लिए देश के जाने माने बिगकेट विशेषज्ञ डॉ. पराग निगम को रणथंभौर बुलाया गया.

दिनभर बाघिन की तलाश की गई, लेकिन वह मिली नहीं. रविवार को जब बाघिन को तलाशा गया तो वह तीनों शावक के साथ मिली. हाई ज़ूम कैमरों और दूरबीन से देखा गया तो बाघिन खुद ही उस कांटे को हटा चुकी थी. इस पर विशेषज्ञों ने राहत की सांस ली.


बाघिन को बेहोश करके निकालना था कांटा
रणथंभौर के फील्ड डायरेक्ट टीसी वर्मा ने बताया की रणथम्भौर बाघ परियोजना की बाघिन ऐरोहेड (टी-84) के गले में 13 जुलाई को कैमराट्रेप में सेही का कांटा लगा हुआ पाया गया. इस बाघिन के लगभग दो माह के तीन शावक है. बाघिन और शावकों के स्वास्थ्य के मदृदेनजर रणथम्भौर बाघ परियोजना के वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. सीपी मीना, सवाई माधोपुर के वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. राजीव गर्ग की राय के अनुसार बाघिन को बेहोश करके कांटा निकालना अत्यन्त आवश्यक था.

कांटा निकालने के लिए बनाई डाक्टरों की समिति
इसके लिए टी.सी. वर्मा क्षेत्र निदेशक ने मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजस्थान से अनुमति ली. मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक एम.एल. मीणा राजस्थान की ओर से NTCA और भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून के अधिकारियों से विचार—विमर्श के बाद बाघिन को बेहोश कर इलाज तैयारी की गई. इसके लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के डॉ.पराग निगम भी विषेश आमंत्रित सदस्य नियुक्त किये गये.

सेही का कांटा निकलने के बाद बाघिन स्वस्थ
रविवार को जब बाघिन झालरा वन क्षेत्र में मिली तो पूरी तरह से तन्दुरुस्त नज़र आई. बाघिन के गले से सेही का कांटा खुद ही निकल गया था. कांटे से उसके गले पर कांटा लगने का निशान बना हुआ था. समिति के चिकित्सकों की राय में वह हिलिंग वुंड था. अधिकारियों के मुताबिक अब बाघिन पूर्णतया स्वस्थ है और अपने तीनों बच्चों के साथ क्षेत्र में आराम से भ्रमण कर रही है.