बिलासपुर : छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने बुधवार को मीडिया रिपोर्टों के आधार पर नसबंदी मामले को स्वतः संज्ञान में लेते हुए केंद्र और राज्य सरकारों को नोटिस जारी किया है। वहीं बिलासपुर के गोरेला-पेंड्रा के अस्पताल में चार और महिलाओं को भर्ती कराया गया है। ये उन 83 महिलाओं में से ही हैं, जिनके ऑपरेशन भी रविवार को सरकारी कैंप में कराए गए थे। इधर, एम्स की टीम भी बिलासपुर पहुंच गई है और भर्ती महिलाओं का इलाज कर रही है। जबकि कांग्रेस ने आज छग बंद बुलाया है।
 
छग हाईकोर्ट के जस्टिस न्यायाधीश टीपी शर्मा और इंदर सिंह की बेंच ने इस मामले में कुछ बिंदुओं पर राज्य सरकार को नोटिस जारी कर दस दिन के भीतर लिखित जानकारी मांगी है। बेंच ने इस मामले में अधिवक्ता सलीम काजी और सुनीता जैन को न्याय मित्र बनाया गया है। इधर, सुप्रीम कोर्ट ने मामले में स्वतः संज्ञान लेने राज्य सरकार से जवाब-तलब करने संबंधी याचिका ठुकरा दी। शीर्ष अदालत ने कहा कि मामले में हाईकोर्ट नोटिस जारी कर चुका है।
 
बता दें बिलासपुर से लगे सकरी स्थित नेमीचन्द जैन अस्पताल में शनिवार को आयोजित नसबंदी शिविर के बाद 12 महिलाओं की नसबंदी से मौत हो गई थी। राष्ट्रीय स्तर पर मामले में हंगामा मचने के बाद मुख्यमंत्री खुद सिम्स पहुंचे थे,जहां उन्होंने भर्ती महिलाओं से मुलाकात की और मुआवजा राशि बढ़ाकर 4 लाख कर दी थी। मुख्य़मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के चार अफसरों को भी सस्पेंड किया था। इसके अलावा ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
 
एम्स का दल पहुंचा, भर्ती महिलाओं का इलाज करेगा
दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सकों का एक दल बुधवार सुबह छत्तीसगढ के बिलासपुर पहुंचा जो नसबंदी कांड के बाद शहर के विभिन्न अस्पताल में भर्ती महिलाओं का इलाज करेगा। दल में डॉ अंजन तिरखा, डॉ मीना, डॉ संजीव सिन्हा और डॉ कपिल के अलावा प्रो. संजय अग्रवाल, प्रो.आरती कपिल तथा डॉ एम महापात्रा शामिल हैं। डॉक्टरों का यह दल सुबह यहां पहुंचा और अपोलो अस्पताल में भर्ती महिलाओं को देखने के लिए रवाना हो गया। यहां से यह दल नेमीचन्द जैन अस्पताल भी जाएगा।
 
संक्रमण फैलने से हुई मौतें- डायरेक्टर हेल्थ
ज्वाइंड डायरेक्टर (हेल्थ) डॉ अमर सिंह ठाकुर ने नसबंदी कांड मामले में बताया कि सेप्टीमीनिया के कारण संक्रमण फैलने से संभवतः मौतें हुई हैं। वहीं नसबंदी कांड में बीमार एक और महिला मनोरमा लुनिया ने मंगलवार देर रात यहां के एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया, जिसके चलते नसबंदी से मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। वहीं नसबंदी कांड मामले के विरोध में आज कांग्रेस के छत्तीसगढ़ बंद का मिला-जुला असर बिलासपुर में देखा गया।