जकार्ता । भारत के बाद इन दिनों इंडोनेशिया में कोरोना की लहर से ऑक्सिजन का संकट पैदा हो गया है। इंडोनेशियाई सरकार सिंगापुर, चीन सहित अन्य देशों से ऑक्सिजन की आपूर्ति के लिए गुहार लगा रही है। महज दो महीने पहले ही इंडोनेशियाई ने ऑक्सिजन संकट के समय भारत को हजारों लीटर प्राणदायक वायु देकर मदद की थी। इंडोनेशिया में अब लोगों को भर्ती करने के लिए अस्पतालों में जगह तक नहीं बची है। इंडोनेशिया के प्रभारी मंत्री लुहुत बिन्साप पंडजैतन ने बताया कि सिंगापुर से 1,000 से अधिक ऑक्सिजन सिलेंडरों, कंसंट्रेटर, वेंटिलेटरों और अन्य स्वास्थ्य उपकरणों की खेप देश पहुंची। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया से भी 1,000 वेंटिलेटर पहुंचाए है। दान में मिली इन आपूर्तियों के अलावा, इंडोनेशिया पड़ोस के सिंगापुर से 36,000 टन ऑक्सिजन और ऑक्सिजन उत्पन्न करने वाले 10,000 कंसंट्रेटर खरीदने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि वह चीन और संभावित ऑक्सिजन स्रोतों के संपर्क में हैं। अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भी मदद की पेशकश की है। इंडोनेशिया के अस्पतालों में जगह नहीं बची है। दवाई की कमी के कारण लोगों को आपातकालीन चिकित्सा तक नहीं मिल पा रही है। वाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि हम कोविड के मामले बढ़ने के साथ मुश्किल हालातों में घिरे इंडोनेशिया की स्थिति को समझते हैं। इसके साथ ही अमेरिका व्यापक कोविड-19 राहत प्रयासों में इंडोनेशिया को दी जाने वाली मदद बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।