धार में एक आदमखोर तेंदुए ने 8 साल के बच्चे को अपना शिकार बनाया है। बच्चा अपने मां- बाप और भाई-बहन के साथ खटिया पर सोया हुआ था। रात में तेंदूआ शातिर तरीके से आकर खटिया से मासूम को उठाकर जंगल में ले गया था। गुरुवार सुबह जब राज नजर नहीं आया तो परिजन और ग्रामीण जंगल में तलाशने लगे। घर से करीब 100 मीटर दूर राज का शव घने जंगल में क्षत विक्षप्त अवस्था में मिला।

घर से करीब 100 मीटर दूर क्षत विक्षप्त शव मिला

राज के पिता अनिल ने बताया कि सुबह 6 बजे जब चाय बनाने जा रहा था। तभी नजर खटिया पर गई। देखा राज गायब था। मुझे लगा शौच के लिए गया होगा। जब थोड़ी देर तक नहीं लौटा तो पड़ोसियों से पूछा, वहां नहीं मिला तो तत्काल रहवासियों के साथ जंगल में तलाशने लगे। तभी घर से करीब 100 मीटर दूर राज का क्षप्त विक्षप्त शव मिला। रात में तेंदुआ कब आया पता नहीं चला।


घटना के बाद राज के शव को अमझेरा राजा बख्तावर समुदायिक स्वस्थ केंद्र पर पोस्टमार्टम के लिए लाया गया, जहां डॉ. ए के चौधरी ने पोस्टमार्टम कर शव परिजन को सौंपा, वहीं वन विभाग का अमला सुबह देरी से पहुंचा। तब तक राज के शव को परिजन घटना स्थल पर देख रेख करते रहे। घटना स्थल पर तेंदुए के पगमार्क भी मिले हैं।

पिता अनिल ने बताया कि राज समेत कुल चार भाई-बहन हैं। जिसमें दो लड़के, दो लड़की हैं। राज दूसरे नंबर का था। इसे बड़ी बहन सपना है। तीसरे नंबर पर 7 साल के बहन पायल है। सबसे छोटा 4 साल के बच्चा राजवीर है। बहन पायल और राज अपने पिता के साथ खटिया पर सोया था। अन्य सदस्य दूसरी खटिया पर सोए थे।