नई दिल्ली।  दिल्‍ली के पूर्व उप राज्‍यपाल नजीब जंग ने राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के डीएनए संबंधी बयान का स्‍वागत कहा है कि एक खिड़की खुली है, मुसलमान इसे बंद न करें। उन्होंने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा "भागवतजी ने बहुत बड़ी बात कही है। भागवत और पीएम नरेंद्र मोदी की बात सुनी जाती है, हिंदुस्‍तान का एकजुट होना जरूरी है, हमारा एकजुट होना जरूरी है। जंग ने इसके साथ ही कहा कि लिंचिंग करना गलत है, गैरकानूनी है। संघ प्रमुख ने रामकृष्‍ण परमहंस की बात की, गुरु नानक का जिक्र किया।" दिल्‍ली के पूर्व उपराज्‍यपाल ने कहा "भागवतजी का भाषण बहुत सरल था, वह बहुत गंभीर बात कह गए हैं। लिंचिंग के मुद्दे पर उन्‍होंने कहा कि जिन्‍होंने गलत किया, उन्‍हें सजा होगी। दिलों की दूरियों में कमी लानी होगी। अब एक दरवाजा खुल रहा है। मुसलमानों को सोचना चाहिए कि एक खिड़की खुली है, इसे बंद न करें। मुझे विश्‍वास है कि ये बात आगे बढ़ेगी।" एक अन्‍य सवाल पर जंग ने कहा कि प्रदेश बीजेपी के नेतृत्‍व में बचपना है। सबका खून हिंदुस्‍तान की मिट्टी में है। भागवत के संबोधन को लेकर उन्‍होंने कहा, 'भागवतजी ने अपने विचार साफ किए, उन्‍होंने स्‍पष्‍टीकरण भी दिया है। मुझे 1985-86 याद आता है। जहां दिमाग है उसे खोला जाए। भागवत ने कहा, सब एक ही डीएनए से आते हैं, यह राजनीतिक बयान नहीं है, हिंदुत्‍व का बयान नहीं है। हिंदु का बयान है, इस बयान की हमें जरूरत थी।' ज्ञात रहे कि संघ प्रमुख ने एक कार्यक्रम में कहा था कि कि गाय को लेकर लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व विरोधी हैं, ऐसे मामलों में कानून को अपना काम करना चाहिए।  जो कहते हैं कि मुसलमान इस देश में नहीं रह सकते वो कतई हिंदू नहीं हैं और भारत में रहने वालों का डीएनए एक ही फिर चाहे वह किसी भी धर्म के हों।