पटना । राष्ट्रीय जनता दल की स्थापना के 25 साल पूरे होने पर पार्टी की ओर से रजत जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लंबे समय के बाद तबियत खराब होने के कारण लालू यादव ने वर्चुअल माध्यम से आरजेडी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मंडल आंदोलन का जिक्र किया।लालू ने कहा कि समाज के वंचित लोगों को पहली बार हमारी सरकार में बूथ तक जाने का मौका मिला। कर्पूरी ठाकुर को याद कर लालू यादव ने कहा कि हमने कर्पूरी ठाकुर के अरमानों को पूरा किया है, पूरा कर रहे हैं और संघर्ष कर रहे हैं। 
लालू ने कहा कि आरजेडी का भविष्य उज्जवल है, मैं पांच-पांच प्रधानमंत्री को देखा और बनाने में सहयोग किया, हमें केंद्रीय मंत्री नहीं बनाया गया था,तब हमने कुछ नहीं बोला, लेकिन नीतीशजी व्याकुल थे,तब उन्हें कहकर शायद कृषि मंत्री बनवा दिया था। उन्होंने कहा कि बिहार आंदोलन के दौरान मेरे मारे जाने की खबर आई, इससे गरीबों को बहुत ताकत दिया। 
लालू ने कहा कि आज देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है,देश के सामाजिक ताने-बाने को तोड़ा जा रहा है, अयोध्या के बाद मथुरा का नारा दिया जा रहा है, क्या चाहते हैं देश में? सत्ता के लिए देश को तोड़ा जा रहा है, सामाजिक ताना-बाना को मजबूत रखने के लिए आरजेडी कार्यकर्ता काम करें। केंद्र और बिहार की नीतिश सरकार पर निशाना साधकर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि कोरोना के साथ महंगाई, बेरोजगारी ने लोगों की कमर तोड़ दी, जहाज-रेल को औने-पौने दाम में बेचा जा रहा है, इतनी गरीबी-इतनी महंगाई अगर हमारी सरकार में होता,तब लोग चलना दूभर कर देते, लेकिन आज कोई सुनवाई नहीं है, इसका असर गरीबों पर पड़ रहा है। 
लालू ने आरजेडी कार्यकर्ताओं से कहा कि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं, मिट जाएंगे लेकिन टूटने वाले नहीं हैं, मेरे राज को जंगलराज बोला जाता था, क्योंकि वहां गरीबों का राज था, अरसे से बिहार में रोटी एक तरफ पक रही थी, जब मैंने पलटा तब लोगों को दिक्कत हो गई, तब चिल्लाने लगे कि जंगलराज आ गया, जंगलराज। लालू ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है, लोग डर रहे हैं, कोरोना की वजह से देश में जितनी मौत हुई है, उसकी गिनती नहीं की जा सकती है, बिहार के गांव के साथ शहर में लोग बड़ी संख्या में मरे, किसी भी चीज का प्रबंध नहीं किया गया। 
नीतीश सरकार पर हमलावार लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आज ऐसा कोई दिन नहीं बीतता है, जब बिहार में तीन-चार हत्याएं न होती हो, भ्रष्टाचार चरम पर है, आज हमारा बिहार बहुत पीछे हैं, लाखों-लाख प्रवासी मजदूर हैं, आज भी लाखों लोग दूसरे शहरों में रोजगार के लिए जाते हैं, जब वह लौटने लगे,तब आरजेडी कार्यकर्ताओं ने उन्हें घर तक पहुंचाया। 
अपनी खराब सेहत का हवाला देकर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि अभी मैं पटना में नहीं हूं, लेकिन हम आएंगे पटना, पटना ही नहीं बिहार के सभी जिलों में जाऊंगा। अपने दोनों बेटों की तारीफ करते हुए लालू यादव ने कहा कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि तेजस्वी और तेज प्रताप बिहार जैसे राज्य में अपनी नैया पार लगा पाएंगे, लेकिन दोनों आगे बढ़ रहे है।