रतलाम के ताल में सरकारी अस्पताल में डेड बॉडी ले जाने के लिए सब इंस्पेक्टर के परिवार में 2 घंटे तक ड्रामा चला। ASI की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पोस्टमॉर्टम के बाद शव ले जाने के लिए पत्नी और एएसआई के भाई में विवाद हो गया। पत्नी शव वाहन के आगे बैठ गई। वह शव मायके ले जाने पर अड़ गई। देवर ने कहा- तुम्हें तो तलाक चाहिए था। बाद में पुलिस ने समझाया और एएसआई का अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में किया गया। मुखाग्नि बड़ी बेटी और भाई ने दी।

बरखेड़ा थाने के एएसआई गोवर्धन सोलंकी की दुर्घटना में शुक्रवार रात मौत हो गई थी। शव का ताल अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रूम के बाहर ASI की पत्नी निर्मला सोलंकी और भाई करण सिंह के बीच शव ले जाने को लेकर विवाद हो गया। निर्मला सोलंकी शव वाहन के आगे बैठ गई और पति के शव को अपने साथ ले जाने की जिद करने लगी। एएसआई के भाई करण सिंह का कहना था कि तलाक के लिए कोर्ट में मामला चल रहा है, इसलिए शव को हमें सुपुर्द किया जाए।

दोनों पक्षों में सहमति बनने पर ताल के मुक्तिधाम में किया गया अंतिम संस्कार

पत्नी निर्मला सोलंकी और ASI के भाई करण सिंह शव को अपने साथ ले जाने की मांग कर रहे थे। 2 घंटे तक विवाद चलता रहा। इसके बाद SDOP प्रियंका बरबड़े और अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाइश दी। दोनों पक्षों की सहमति के बाद ताल के मुक्तिधाम में मृतक के अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस की मौजूदगी में ताल के चंबल स्थित मुक्तिधाम पर मृतक एएसआई गोवर्धन सोलंकी को उसकी बड़ी पुत्री और भाई करण सिंह ने मुखाग्नि दी।