प्रयागराज जंक्शन से एक CCTV फुटेज सामने आया है। ये फुटेज आपको हैरान कर देगा। इसमें दो प्रमुख बाते हैं। पहली ये कि कैसे एक छोटी सी गलती आपकी जान को खतरे में डाल सकती है और दूसरी ये कि आज भी कई ऐसे लोग हैं जो दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।

अब पूरी घटना आपको बताते हैं। हुआ यूं कि चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश में शुक्रवार को एक बुजुर्ग यात्री प्रयागराज जंक्शन पर फिसल गया और ट्रेन की चपेट में आ गया। प्लेटफार्म पर खड़े रेलवे पुलिस फोर्स (RPF) जवान ने महज तीन सेकेंड के अंदर उसे मौत के मुंह से बाहर खींच लिया। उसका हाथ पकड़ा और उसे ट्रेन के नीचे जाने से बचा लिया। अगर जवान एक सेकेंड की भी देरी करता तो शायद बुजुर्ग यात्री को बचाना मुश्किल हो जाता।

RPF जवान की सतर्कता और हिम्मत से बची यात्री की जान

दिल्ली से डिब्रूगढ़ को जाने वाली ब्रह्मपुत्र स्पेशल प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर शुक्रवार की सुबह 7 बजकर 52 मिनट पर आकर खड़ी हुई। 8 बजकर पांच मिनट पर रवाना हुई। पलक झपकते ही ट्रेन ने गति पकड़ ली। इतने में एक व्यक्ति बोगी नंबर एस-4 से चलती ट्रेन से उतरने का प्रयास करने लगा। उसका संतुलन बिगड़ा और ट्रेन की चपेट में आ गया।

उसका पैर प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच में रगड़ने लगा। तभी वहां खड़े आरपीएफ जवान दिनेश कुमार राय ने उसे पकड़कर खींच लिया। मौत को इतना करीब देखकर कानपुर देहात के रहने वाले यात्री पूरण लाल राजपूत की जैसे सांसे थम गई हों। वह काफी देर तक बदहवाश सा पड़ा रहा। उसे काफी सांत्वना दी गई तब जाकर उसे भरोसा हुआ कि वह जिंदा है। उसे प्राथिमक उपचार दिया गया। चाय-पानी पिलाया गया। काफी देर बाद वह नार्मल हो पाया।

खड़ी ट्रेन में शौच के लिए चढ़ा था

यात्री को गिरता देख एस 4 बोगी के यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक लिया। बाद में गाड़ी सवा आठ बजे अपने गंतव्य को रवाना हो गई। जब पूरण लाल को ट्रेन में बैठाया जाने लगा तब उसने बताया कि उसे इस ट्रेन से नहीं जाना है। तो पूछा गया कि इसमें फिर क्यों चढ़े तो उसने पूरी वजह बताई। उसने बताया कि वह कानपुर देहात का रहने वाला है। वह रीवा स्पेशल से अपनी पुत्री नैंसी राजपूत के साथ जंक्शन पर उतरा था। इतने में उसे शौच लग गई।

वह बेटी को प्लेटफार्म पर रोककर खड़ी ब्रम्हपुत्र मेल में चढ़ गया और शौच करने लगा। इतने में गाड़ी चल दी। वो हड़बड़ाकर उतरने का प्रयास करने लगा तो अपना संतुलन खो बैठा। इससे पहले की वह पूरी तरह से ट्रेन की चपेट में आकर नीचे ट्रैक पर गिर जाता पास खड़े आरपीएफ जवान ने उसे बचा लिया। उसके पैर में चोट आई थी और कई जगह कट गया था। उसका प्राथमिक उपचार कराकर छोड़ दिया गया और वह अपनी बेटी के साथ चला गया।

साहब आज आप न होते तौ मैं खंड-खंड होई जातौं

आरपीएफ फतेहपुर में तैनात कांस्टेबल दिनेश सिंह जो प्रयागराज से अपना अवकाश पूरा करने के बाद डयूटी पर जाने के लिए ट्रेन के इंतजार में प्लेटफार्म चार पर खड़े थे, उनकी नजर पूरण ट्रेन से गिरे लाल पर पड़ी। बिना देर किए उन्होंने यात्री को बाहर खींचा और रेलवे ट्रैक पर गिरने से बचा लिया। इस त्वरित कार्रवाई से पूरण लाल की जान बच गई। दिनेश सिंह के इस कार्य की रेलवे अफसरों ने भी सराहना की। साथ ही इस घटना की सीसीटीवी फुटेज भी शेयर किया। पूरण लाल ने कहा साहब आज आप न होते तौ मैं खंड खंड होई जातौं। आप तौ हमने लिए भगवान होई गयौ। हम कौन भाषा म तोहार धन्यवाद करी। हमका दूसर जीवन दियौ है आप। यह कहकर पूरण लाल भावुक हो गए।