ग्वालियर| ठगों ने एक रिटायर्ड कर्मचारी को क्रेडिट कार्ड को एक्टिव करने का झांसा देकर  उनके खाते से डेढ़ लाख की खरीदारी कर ली। ठगी का पता चलते ही पीडित थाने पहुंचा और मामले की शिकायत की। क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू करते हुए पीड़ित के खाते से गए 48 हजार रुपए को स्टॉप पैमेंट करा लिया है। । जानकारी के अनुसार  कुंद-कुंद अपार्टमेंट नाहर खनालकर निवासी कुशल चंद जैन विद्युत विभाग से सेवानिवृत है। कुछ दिन पहले ही उन्होंने एक एक क्रेडिट कार्ड के लिए एप्‍लाई किया था। क्रेडिट कार्ड कोरियर द्वारा मिला। उसके अगले दिन उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। काल करने वाले जानकारी ली कि कार्ड आ गया है कि नहीं और उसके बाद उसने उनकी जन्मतिथि सहित कुछ अन्य कारी बताई। इसके बाद कई एक्टिव करने को कहते हुए कार्ड की लिमिट बनाने के बारे में बताया। इतनी जानकारी मिलने पर वह उसके झांसे में आ गया और जो वह पूछा गया, वह बताता गया। इस दौरान उनके मोबाइल पर कुछ ओटीपी भी आए जिन्हें उन्होंने कॉल करने वाले को बता दिया। कहते हुए कार्ड की लिमिट बनाने के बारे में बताया। इतनी जानकारी मिलने पर वह उसके झांसे में आ गया और जो वह पूछता गया, वह बताता गया। इस दौरान उनके मोबाइल पर कुछ ओटीपी भी आए, जिन्हें उन्होंने कॉल करने वाले को बता दिया।
 ओटीपी देते ही उनके मोबाइल पर मैसेज आने लगे और पैसे निकलने की जानकारी मिली। उन्होंने उस नंबर पर कॉल किया, लेकिन आरोपी ने कॉल अटेण्ड नहीं किया। तुरंत ही उन्होंने बैंक के नंबर पर कॉल कर कार्ड डिएक्टीवेट कराया, लेकिन तब तका ठग ने पांच बार में तीन लाख 46 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन किया। जबकि कुछ ट्रांजेक्शन फैल हो गए तो खाते से सिर्फ एक लाख सैतालीस हजार रुपए ही ठग निकाल पाया। यहां से की खरीदारी पीड़ित ने जब खाते से कटे हुए रुपए की जानकारी ली तो पता चला कि ठग ने मोबिकविक साइट से तीन बार और तीन बार हाउसिंग डॉट कॉम से खरीदारी की। शिकायत मिलते ही शुरू की कार्रवाई मामले की शिकायत मिलते ही उप निरीक्षक हरेन्द्र सिंह और धर्मेन्द्र शर्मा अपनी टीम के साथ कार्रवाई मे लगे और त्वरित कार्रवाई कर खाते से निकले 48 हजार रुपए वापस ब्लॉक कर लिए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।