मुंबई : अर्जुन तेंदुलकर अपने महान पिता के पद चिन्हों पर चल रहे हैं। सचिन तेंदुलकर को जब 16 साल की उम्र में भारतीय टीम में चुना गया था उससे पहले उन्होंने 1988 और 1989 में स्टार क्रिकेट क्लब के साथ इंग्लैंड का दौरा किया था। अब सचिन के पुत्र अर्जुन वर्ली क्रिकेट क्लब के साथ चौदह दिन के दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जा रहे हैं। यह दौरा दो से 14 नवंबर तक चलेगा। अर्जुन 16 से 18 वर्ष तक के आयु वर्ग वाली टीम की कप्तानी करेंगे।

इस दौरे का आयोजन वर्ली क्लब के मालिक अविनाश कदम ने किया है। उन्होंने कहा कि , 'अर्जुन ने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका दौरे में शानदार प्रदर्शन किया था। वह सर्वाधिक रन बनाने वाला बल्लेबाज था। अपने पिता की तरह अर्जुन में भी सीखने की जबर्दस्त ललक है और वह पिछले दो सालों से हमारे क्लब के सदस्य हैं। कदम ने बताया कि वर्ली क्लब जोहानिसबर्ग, प्रिटोरिया और पोचेस्ट्रूम में वहां के शीर्ष स्कूलों के खिलाफ 45 ओवर के दस मैच खेलेगा।

2011 में अपने क्लब को पहली बार दक्षिण अफ्रीका ले जाने वाले कदम ने कहा, 'इस तरह के दौरे बेहद महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि हमारे ज्यादातर खिलाड़ी मुंबई में खेलते हैं। उनके पास अलग तरह की परिस्थितियों में खेलने का कोई विकल्प नहीं होता है। इस तरह के दौरों से युवा खिलाडिय़ों को अनुभव मिलता है। इससे उनको तेज विकेट पर खेलने का मौका मिलेगा। दौरे पर आने वाले खर्च के बारे में कदम ने कहा कि जो खिलाड़ी आर्थिक रूप से सक्षम हैं, वे अपना खर्च उठाएंगे, बाकियों को हम प्रायोजित कराने का प्रयास करेंगे।