कथित तौर पर धर्मांतरण को लेकर लाइमलाइट में आए मऊखास गांव के ताराचंद (55) के बारे में मुंडाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। ताराचंद पर आरोप है कि वह गांव के लोगों को इकट्ठा करके नौकरी-पैसे का लालच देकर धर्मांतरण के लिए बरगला रहा था। एसओ का कहना है कि सोमवार को मुकदमा दर्ज किया जाएगा। माना जा रहा है कि जमानत रद कराकर ताराचंद को पुन: जेल भेजा जा सकता है।

पत्नी के ब्वॉयफ्रेंड की हत्या के आरोप में 42 महीने जेल में रहने के बाद ताराचंद 19 मई को अंतरिम जमानत पर छूटा था। गांव के श्याम का आरोप है कि ताराचंद ने जेल में धर्मांतरण कर लिया। अब वह गांव के दूसरे लोगों को भी धर्मांतरण के लिए बरगला रहा है। हिन्दू संगठनों ने हंगामा किया तो दबाव में 25 जून की रात ताराचंद की दाढ़ी कटवा दी गई। हालांकि ताराचंद का कहना है कि वह कभी-कभी नमाज पढ़ता है, लेकिन धर्मांतरण नहीं किया। न ही किसी को धर्मांतरण के लिए बरगलाया।

धर्मांतरण के नहीं मिले सुबूत
मुंडाली थाना प्रभारी रवि चंद्रवाल ने बताया कि ताराचंद के धर्मांतरण के कोई सुबूत नहीं मिले हैं। श्याम ने जो शिकायत की है, उसे अभियोजन अधिकारी के पास जांच को भेज दिया गया है। इस मामले में धर्मांतरण के नए कानून के तहत मुकदमा दर्ज होगा। नए कानून की धाराएं अभी सीसीटीएनएस पर अपलोड नहीं हुई हैं। सोमवार तक मुकदमा दर्ज हो सकता है।